ऑपरेशन सिंदूर : भारतीय युवा सेना ने मात्र 23 मिनट में पूरा किया मिशन, पाकिस्तान की चीनी वायु रक्षा प्रणाली को किया जाम

आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सभी हमने भारतीय संपत्तियों को नुकसान पहुंचा बिना किए गए हैं, जो हमारे निगरानी योजना और वितरण प्रणालियों के प्रभावशीलता को रेखांकित करता है। लंबी दूरी के ड्रोन से लेकर निर्देशित शुद्ध सामग्री तक , आधुनिक स्वदेशी तकनीक के इस्तेमाल में इन हमलों को अत्यधिक प्रभावी और राजनीतिक रूप से संतुलित बनाया।

ऑपरेशन सिंदूर : भारतीय सेना ने मात्र 23 मिनट में पूरा किया मिशन , पाकिस्तान की चीनी वायु रक्षा प्रणाली को किया जाम 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : नई दिल्ली। 

पहलगाम हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारत की सैन्य शक्ति की पूरी दुनिया में चर्चा है

युद्ध के उभरते पैटर्न के लिए भारत एक संतुलित सैन्य प्रतिक्रिया के रूप में उभरा है। पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत के प्रतिक्रिया सटीक और रणनीतिक थी।

नियंत्रण रेखा या अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार किए बिना, भारतीय सेना ने आतंकवादी ढांचे पर हमला किया और कई खतरों को खत्म कर दिया।

बुधवार को आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान की चीन निर्मित वायु रक्षा प्रणालियों को दरकिनार कर दिया और उन्हें जाम कर दिया।

मिशन को मात्र 23 मिनट में पूरा कर तकनीकी बढ़त को प्रदर्शित किया।

इस ऑपरेशन की जो बात सबसे अलग थी, वह थी राष्ट्रीय रक्षा में स्वदेशी हाई-टेक प्रणालियों का सफल और निर्बाध प्रदर्शन। चाहे ड्रोन युद्ध हो, लेयर्ड एयर डिफेंस हो या इलेक्ट्रॉनिक युद्ध , ऑपरेशन सिंदूर सैन्य अभियानों में तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की यात्रा में एक मील का पत्थर है।

पीआईबी ने कहा कि भारत के आक्रामक हमले ने पाकिस्तान के प्रमुख एयरबेस – नूर खान और रहीमयार खान सर्जिकल सटीकता के साथ निशाना बनाया।

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मंडराते हथियारों का इस्तेमाल विनाशकारी तरीके से किया गया, जिसमें दुश्मन के रडार और मिसाइल सिस्टम सहित उच्च मूल्य वाले लक्ष्यों को  ढूंढकर नष्ट कर दिया गया।

आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सभी हमले भारतीय संपत्तियों को नुकसान पहुंचा बिना किए गए, जो हमारी निगरानी, योजना और वितरण प्रणालियों की प्रभावशीलता को रेखांकित करता है।

लंबी दूरी के ड्रोन से लेकर निर्देशित युद्ध सामग्री तक, आधुनिक स्वदेशी तकनीक के इस्तेमाल ने इन हमलों को अत्यधिक प्रभावी और रणनीतिक रूप से संतुलित बनाया।

बयान में कहा गया है कि 7-8 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी उत्तरलाई, फलोदी, और भुज शाहिद पुत्री और पश्चिमी भारत में कई सैनिक ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की।

8 मई की सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कई स्थानों पर वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया। लाहौर में एक वायु सुरक्षा प्रणाली को निष्प्रभावी कर दिया गया।

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