गोरखपुर में दलित युवक की दर्दनाक मौत: दबंगों से बचने के लिए नदी में कूदा, विधायक विमलेश पासवान ने परिजनों को दिलाया न्याय का भरोसा

दबंगों के डर से राप्ती नदी में कूदे दो युवक, एक की मौत; विधायक पहुंचे पीड़ित परिवार से मिलने, हत्या की धारा जोड़ने की मांग

  • गोरखपुर में दलित युवक की दर्दनाक मौत: दबंगों से बचने के लिए नदी में कूदा, विधायक विमलेश पासवान ने परिजनों को दिलाया न्याय का भरोसा
  • दबंगों के डर से राप्ती नदी में कूदे दो युवक, एक की मौत; विधायक पहुंचे पीड़ित परिवार से मिलने, हत्या की धारा जोड़ने की मांग

रिपोर्ट: बाबूलाल सक्सेना : गोरखपुर। गोरखपुर ज़िले के बेलीपार थाना क्षेत्र में एक दलित युवक की मौत के बाद गांव में ग़म और गुस्से का माहौल है। मृतक युवक की पहचान अक्षय कुमार (उम्र 22 वर्ष) के रूप में हुई है, जो अपने दोस्त अंगद के साथ 13 जुलाई को राप्ती नदी में कूद गया था। दोनों दबंगों से जान बचाने की कोशिश कर रहे थे। अंगद किसी तरह बच गया, लेकिन अक्षय की डूबने से मौत हो गई। अब इस घटना ने राजनीतिक हलचल भी तेज कर दी है।

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विधायक विमलेश पासवान ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात

Painful death of a Dalit youth in Gorakhpur: To avoid the bullies, jumped into the river, MLA Vimlesh Paswan assured the family members of justice

बांसगांव विधानसभा के भाजपा विधायक डॉ. विमलेश पासवान मृतक के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) से तत्काल फोन पर वार्ता की। विधायक ने साफ कहा कि यह केवल एक डूबने की घटना नहीं, बल्कि दबंगों की वजह से हुई एक ‘हत्याकांड’ है। उन्होंने धारा 302 (हत्या) जोड़ने की मांग की है, साथ ही जीवित बचे अंगद को सुरक्षा और परिवार को मुआवजा देने की भी बात कही।

पुलिस की कार्रवाई: एक आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी प्रदीप गोंड को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी चल रही है। पुलिस इस घटना को फिलहाल दुर्घटनावश डूबने की दिशा में देख रही थी, लेकिन विधायक के हस्तक्षेप के बाद हत्या की जांच की मांग को गंभीरता से लिया जा रहा है।

परिजनों की पुकार: इंसाफ चाहिए, वरना आंदोलन

मृतक अक्षय के माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है। उनका कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे धरना प्रदर्शन करेंगे। मृतक की मां ने कहा, “हमारे बेटे ने किसी का क्या बिगाड़ा था? अब हम डर-डर कर जी रहे हैं, इंसाफ चाहिए।”

ग्रामीणों में आक्रोश, गांव में तनाव का माहौल

इस दर्दनाक घटना के बाद गांव में आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का आरोप है कि दबंगों को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है, इसलिए पुलिस अब तक लीपापोती कर रही थी। पीड़ित परिवार के समर्थन में स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता भी आगे आ रहे हैं और इंसाफ की मांग कर रहे हैं।

मामले की संवेदनशीलता और कार्रवाई पर क्या बोले विधायक?

डॉ. विमलेश पासवान ने कहा “एक दलित युवक की मौत सामान्य नहीं हो सकती। जब युवक जान बचाने के लिए नदी में कूदता है तो यह सीधे-सीधे डर और उत्पीड़न का मामला है। मैंने एसएसपी से स्पष्ट कहा है कि यह हत्या का केस है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”

जानिए क्या है पूरा घटनाक्रम?

  • 13 जुलाई: दो युवक अक्षय और अंगद को कुछ दबंगों ने घेरा।
  • जान बचाने के लिए दोनों ने राप्ती नदी में छलांग लगाई।
  • अंगद किसी तरह बच गया, लेकिन अक्षय डूब गया।
  • शव मिलते ही परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।
  • 10 जुलाई: विधायक पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे, केस में हत्या की धारा जोड़ने की मांग की।

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