पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति, मंदिर को बनाया आशियाना
समशेरगंज से अपने तीन छोटे बच्चों के साथ पाकुड़ पहुंची। पूजा सहने बताया है कि उनके घर जलकर राख हो गया है। वह अपने बच्चों और खुद की जान बचाकर पाकुड़ पहुंची हैं। पूजा ने बताया है कि अपने तीन बच्चों को भूखा देखकर वह परेशान हैं। उनके पति की मिठाई की दुकान में काम करते थे, लेकिन दुकान भी जल गई और वह बेरोजगार हो गए हैं।
पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति , मंदिर को बनाया आशियाना
- रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : पाकुड़ , पश्चिम बंगाल ।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के समशेरगंज थाना क्षेत्र में फैली हिंसा के बाद पलायन करने वाले लोगों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है। समशेरगंज थाना क्षेत्र के दर्जनों लोग जान बचाकर पाकुड़ सदर प्रखंड के नगरनबी, तलवाडांगा समेत कई इलाकों में अपने रिश्तेदारों के यहां पहुंचे, लेकिन अब उन्हें दो वक्त की रोटी की चिंता सता रही है।
पाकुड़ पहुंचे लोगों का कहना है कि उपद्रवियों ने कुछ घरों में आग लगा दी है, और दूसरों के घरों में रखें सामान, जेवरात और नगदी लूट ली है।
पीड़ित लखाई साहा ने बताया है कि उपद्रवियों ने उनके घर में आग लगा दी। जिससे सारा सामान जलकर राख हो गया और उनके पास कुछ भी नहीं है।
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वह बेहद गरीब परिवार से हैं और दिहाड़ी मज़दूरी कर किसी तरह गुज़ारा करते थे। उन्होंने बताया है कि उनके नाना को सांस लेने में दिक्कत हो रही हैं। वह उनका इलाज़ कराने में असमर्थ हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने रिश्तेदार के घर आए थे।
लेकिन रिश्तेदार के घर में रहने की जगह नहीं है और ना ही रिश्तेदार कोई संपन्न परिवार के है। जो उन्हें दो वक्त का खाना दें सकें। लखाई ने स्थानीय प्रशासन से दो वक्त के खाने की व्यवस्था करने की मांग की है।
वहीं, असित कुमार साहा ने बताया कि दंगाइयों ने उनका घर भी जला दिया है। असित मजदूरी कर जीविकोपार्जन करते थे, लेकिन वह भी किसी तरह अपने परिवार के साथ भाग आए हैं। उन्होंने बताया कि हम सभी बजरंगबली मंदिर में किसी तरह समय काट रहे हैं। गांव के कुछ लोगों ने कुछ चावल इकट्ठा किया है।
समशेरगंज से अपने छोटे बच्चों के साथ पाकुड़ पहुंची, पूजा साहा ने बताया कि उनका घर जलकर राख हो गया है। वह अपने बच्चों और खुद की जान बचाकर पाकुड़ पहुंची हैं। पूजा ने बताया कि अपने तीन बच्चों को देखकर वह बहुत परेशान हैं।
उनके पति मिठाई की दुकान में काम करते थे। लेकिन दुकान भी जल गई और वह बेरोजगार भी हो गए हैं।
पश्चिम बंगाल के समशेरगंज थाना क्षेत्र से आएं प्रभावित परिवारों के संबंध में डीसी मनीष कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन के पास से इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि लोग किस क्षेत्र से आए हैं। इसको लेकर एक टीम के माध्यम से सर्वे कराया जाएंगा और प्रभावित लोगों को सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
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