राजा सुहेलदेव विजय महोत्सव पर सूर्य मंदिर मुक्ति आंदोलन का संकल्प
सुंदरकांड पाठ, आहुति और भंडारे के साथ हुआ कार्यक्रम, सूर्य कुंड मुक्ति व जनजागरण अभियान की घोषणा
- राजा सुहेलदेव विजय महोत्सव पर सूर्य मंदिर मुक्ति आंदोलन का संकल्प
- सुंदरकांड पाठ, आहुति और भंडारे के साथ हुआ कार्यक्रम, सूर्य कुंड मुक्ति व जनजागरण अभियान की घोषणा
रिपोर्ट : अतुल त्रिपाठी : बहराइच। यूपी में बहराइच के पौराणिक चितौरा झील तट स्थित महाराजा सुहेलदेव स्मारक स्थल पर रविवार को राजा सुहेलदेव विजय महोत्सव का आयोजन श्रद्धा, आस्था और राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत आर्य समाज द्वारा वेद मंत्रों के उच्चारण और यज्ञ के साथ की गई, जिसमें मुख्य यजमान देवानंद सिंह देव सपत्नीक रहे। हवन में विशेष आहुतियों के साथ सूर्य कुंड और सूर्य मंदिर मुक्ति का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर उपस्थित संतों, विद्वानों और सनातन समाज के प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से पौराणिक बालार्क सूर्य मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए जनजागरण अभियान चलाने की घोषणा की।

महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष निशा शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। आयोजन में पर्यावरणविद डॉ. कपिल शुक्ल, साहित्यकार रमेश मिश्र, कवि गुलाब चंद्र शुक्ल, समाजसेविका आभा गोयल, विहिप नेता अजीत सिंह, प्रवक्ता डॉ. पंकज श्रीवास्तव, शिक्षाविद नीतीश श्रीवास्तव, प्रधान संघ अध्यक्ष भगवान दीन मिश्र, बाराती लाल वर्मा, डॉ. धर्मेन्द्र राजभर सहित सैकड़ों श्रद्धालु व स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
इस मौके पर राजा भईया यशवेंद्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के अनेक गणमान्य जनप्रतिनिधियों, प्रमुखों और ग्रामीणों ने सहभागिता की। हुजूरपुर के प्रमुख अजीत प्रताप सिंह ने अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर आयोजन को संबंल और उत्साह प्रदान किया। कार्यक्रम शांतिपूर्वक एवं सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।