श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद, हाई कोर्ट में राधा रानी की भी पक्षकार बनाने पर बहस पूरी, हिंदू पक्ष में मतभेद

हिंदू पक्ष के अधिवक्ताओं ने इसका विरोध किया। कहां की कृष्ण की पत्नी रुक्मणी है, राधा नहीं। यदि कृष्ण के रिश्तेदारों को भी पक्ष कर बनाया जाएगा तो यह सिलसिला रुकेगा नहीं। और मूल बात का उद्देश्य निरर्थक हो जाएगा।

श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद , हाई कोर्ट में राधारानी की भी पक्षकार बनाने पर बहस पूरी , हिंदू पक्ष में मतभेद 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : प्रयागराज , उत्तर प्रदेश।

श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद में राधारानी को भी पक्षकार बनाए जाने की मांग को लेकर दाखिल अर्जी पर मंगलवार को बहस पूरी हो गई है।

रीना एन सिंह की अर्जी न्यायमूर्ति राम मनोहर नारायण मिश्रा ने सुनवाई की। रीना सिंह का कहना था कि राधारानी को इस मामले में पक्षकार बनाया जाना जरूरी है।

क्योंकि हिंदू धर्म ग्रंथो में भी हर जगह कृष्ण के साथ राधा रानी का ही जिक्र आता है। उनको कृष्ण की पत्नी के रूप में स्वीकार किया गया है।

ऐसे में मामले में राधा रानी को पक्षकार बनाना आवश्यक है।

वहीं अन्य हिंदू पक्षकार के अधिवक्ताओं ने इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि कृष्ण की पत्नी रुक्मणि है, राधा रानी नहीं।

यह भी पढ़ें – बिहार में दो लोगों को मारी गोली, बमबम पांडेय और ईश्वर पांडेय में 54,000 के लेन-देन का मामला

यदि कृष्ण के रिश्तेदारों को भी पक्षकार बनाया जाएंगा, तो यह सिलसिला रुकेगा नहीं।

मूल बात का उद्देश्य निरर्थक हो जाएंगा।

कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद मामले में अगली तिथि 23 मई नियत कर दी है।

मस्ज़िद को विवादित स्थल घोषित करने पर बहस हुई है।

हिंदू पक्ष के वादी एडवोकेट महेंद्र प्रताप सिंह ने मस्ज़िद को विवादित ढांचा घोषित करने की मांग की है।

उनका कहना है कि जिस प्रकार से राम जन्मभूमि विवाद में बाबरी मस्ज़िद को विवादित ढांचा घोषित किया गया था, उसी प्रकार से कृष्णा जन्मभूमि पर बनी मस्जिद को भी विवादित ढांचा घोषित किया जाएं।

इससे अदालत के रिकॉर्ड में स्पष्टता बनी रहेगी। इस मामले में मुस्लिम पक्ष ने अपनी आपत्ति दाखिल कर दी है। जिस पर महेंद्र बहादुर की ओर से प्रति उत्तर दाखिल किया गया है।

मामले की अगली सुनवाई 23 मई को होंगी।

यह भी पढ़ें – ढाई करोड़ रुपए गबन के आरोपी पूर्व विशप पीसी सिंह कर्नाटक से गिरफ़्तार, 9 राज्यों में दर्ज है, 64 मामले