बहराइच के राजकीय हाईस्कूल टेण्डवा सिस्टीपुर में ग्रीष्मकालीन शिविर शुरू, रचनात्मक गतिविधियों के जरिए विद्यार्थियों का समग्र विकास
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 21 मई से 10 जून तक चलने वाले इस शिविर में योग, खेल, विज्ञान और सांस्कृतिक गतिविधियों का समावेश
- बहराइच के राजकीय हाईस्कूल टेण्डवा सिस्टीपुर में ग्रीष्मकालीन शिविर शुरू, रचनात्मक गतिविधियों के जरिए विद्यार्थियों का समग्र विकास
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 21 मई से 10 जून तक चलने वाले इस शिविर में योग, खेल, विज्ञान और सांस्कृतिक गतिविधियों का समावेश
रिपोर्ट : अतुल त्रिपाठी : बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के राजकीय हाईस्कूल टेण्डवा सिस्टीपुर में इस बार गर्मी की छुट्टियों को भी बच्चों के लिए ज्ञान और रचनात्मकता से भरपूर बना दिया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 21 मई से 10 जून 2025 तक ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों के समग्र विकास को बढ़ावा देना है। इस शिविर में बच्चे पारंपरिक पढ़ाई से हटकर खेल-खेल में सीखने का अनुभव कर रहे हैं।

बहराइच के राजकीय हाईस्कूल टेण्डवा सिस्टीपुर में आयोजित इस ग्रीष्मकालीन शिविर का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में रचनात्मक सोच, आत्मविश्वास, टीमवर्क और जीवन कौशल को विकसित करना है। शिविर में विद्यार्थियों को ऐसी गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिल रहा है जो उनके बौद्धिक, शारीरिक और सामाजिक विकास में मददगार हैं।
योग और व्यायाम से दिन की शुरुआत
प्रतिदिन सुबह 30 मिनट तक विद्यार्थियों को योग और व्यायाम कराया जाता है जिससे उनका शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर हो सके। इससे बच्चों में अनुशासन, एकाग्रता और मानसिक शांति को भी बढ़ावा मिल रहा है।
खेल-कूद, कला और विज्ञान की गतिविधियां
शिविर में विद्यार्थियों के लिए खेलकूद, चित्रकला, संगीत, नृत्य, विज्ञान प्रोजेक्ट, मॉडल निर्माण, क्विज प्रतियोगिताएं और ग्रुप एक्टिविटीज़ आयोजित की जा रही हैं। यह सभी गतिविधियां खेल-खेल में सीखने की नई राहें खोल रही हैं।
जीवन कौशल और सामाजिक मूल्यों की शिक्षा
बच्चों को विभिन्न कहानियों, संवाद सत्रों और सामूहिक कार्यों के माध्यम से जीवन कौशल, सांस्कृतिक मूल्य और सामाजिक जिम्मेदारी की भी जानकारी दी जा रही है।
शिक्षकों की अहम भूमिका
विद्यालय के शिक्षक इस शिविर को सफल बनाने के लिए पूर्ण मनोयोग से लगे हुए हैं। वे हर गतिविधि में विद्यार्थियों को प्रेरित कर रहे हैं और नई खोज को बढ़ावा दे रहे हैं। यह शिविर विद्यार्थियों के लिए केवल छुट्टियों का समय नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण का अवसर बन गया है।
छात्र-छात्राएं ले रहे हैं भरपूर आनंद

समग्र शिक्षा अभियान का प्रभावी उदाहरण
यह ग्रीष्मकालीन शिविर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और समग्र शिक्षा अभियान का बेहतरीन उदाहरण है, जो यह दिखाता है कि शिक्षा अब केवल किताबों तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि यह जीवन के हर पहलू को छूने वाली प्रक्रिया बन चुकी है।