तानाशाही सरकार का लोकतंत्र पर हमला, संभल जाने से पहले कांग्रेस पदाधिकारी हाउस अरेस्ट।

इस घटना पर प्रशासन और पुलिस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। दूसरी ओर, जनता में इस कार्यवाही को लेकर आक्रोश बढ़ रहा है। लोगों ने इसे असंवैधानिक बताते हुए कहा है कि यह लोकतंत्र की बुनियादी अवधारणाओं पर हमला है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह क़दम विपक्ष की आवाज़ दबाने की कोशिश है। ऐसे फैसले सरकार के लोकतांत्रिक रुख पर सवाल खड़े करते हैं।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV 9 भारत समाचार …..सहारनपुर……

माननीय श्री राहुल गांधी जी के साथ संभल जाने से पहले तानाशाही सरकार ने कांग्रेस नेताओं पर शिकंजा करते हुए उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया है। यह कार्यवाही कल रात 11:00 बजे की गई है। जिसमें कांग्रेस के प्रमुख पदाधिकारी शामिल हैं। हाउस अरेस्ट किए गए नेताओं में पूर्व पूर्व प्रदेश सचिव प्रवीण चौधरी, महानगर अध्यक्ष वरुण शर्मा, पीसीसी सदस्य नरेंद्र शर्मा, युवा कांग्रेस के ज़िला अध्यक्ष गौरव वर्मा, और महानगर महासचिव अनिरुद्ध गुरुग शामिल हैं।

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लोकतंत्र की हत्या का आरोप……….

इन नेताओं ने इस कार्यवाही को लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए कहा है कि “हम तानाशाही सरकार के दमन से डरने वाले नहीं हैं। जनता के अधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेंगी।”

इस घटना पर प्रशासन और पुलिस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। दूसरी ओर, जनता में कार्यवाही को लेकर आक्रोश बढ़ रहा है। लोगों ने इसे असंवैधानिक बताते हुए कहां है कि यह लोकतंत्र की बुनियादी अवधारणाओं पर हमला हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह क़दम विपक्ष की आवाज़ दबाने की कोशिश हैं‌। ऐसे फैसले सरकार के लोकतांत्रिक रुख पर सवाल खड़े करते हैं।

हाउस अरेस्ट के बावजूद, कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया है कि वह हर हाल में अपनी लड़ाई जारी रखेंगे, और जनता के अधिकारों के लिए मजबूती से खड़े रहेंगे।

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