काम में लापरवाही पर आठ आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का वेतन रोका, सीडीपीओ ने दी चेतावनी
केवाईसी और फेस ऑथेंटिकेशन में शून्य प्रगति पर सीडीपीओ सख्त, तीन दिन में कार्य पूरा करने का आदेश
- काम में लापरवाही पर आठ आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का वेतन रोका, सीडीपीओ ने दी चेतावनी
- केवाईसी और फेस ऑथेंटिकेशन में शून्य प्रगति पर सीडीपीओ सख्त, तीन दिन में कार्य पूरा करने का आदेश
बहराइच। नगर क्षेत्र में चल रही लाभार्थियों की केवाईसी और फेस ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया में लापरवाही बरतने पर बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO) ने सख्त रुख अपनाया है। काम में उदासीनता दिखाने वाली 8 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का जून माह का वेतन रोक दिया गया है। साथ ही उन्हें तीन दिन के भीतर पूरा काम करने का निर्देश दिया गया है।

CDPO के अनुसार यह कार्रवाई उन कार्यकत्रियों के खिलाफ की गई है जिनकी प्रगति शून्य पाई गई। प्रशासन की ओर से पहले ही इस काम को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए जा चुके थे। नगर क्षेत्र में केवाईसी और फेस ऑथेंटिकेशन अभियान को लेकर जिलाधिकारी खुद निगरानी कर रही हैं।
किनका वेतन रोका गया
जिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का वेतन रोका गया है उनमें शामिल हैं:
- ब्राह्मणीपुरा वार्ड की विनीता जायसवाल
- चांदमारी की प्रेम कुमारी
- हमजापुरा की ऊषा शर्मा व ऊषा जायसवाल
- चिक्कीपुरा की पुष्पा
- कानूनगोपुरा दक्षिणी की युगल किशोरी
- छावनी क्षेत्र की कौसर जहां
सीडीपीओ ने चेतावनी दी है कि अगर तीन दिनों में इन कार्यकत्रियों द्वारा कार्य पूर्ण नहीं किया गया तो 50 प्रतिशत से कम प्रगति वालों पर विभागीय कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।
क्या है मामला
शासन के निर्देश पर इन दिनों सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर लाभार्थियों की पहचान के लिए केवाईसी और फेस ऑथेंटिकेशन की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन जिन कार्यकत्रियों ने इस कार्य में रुचि नहीं दिखाई, उन पर अब कार्रवाई की जा रही है ताकि योजनाओं का लाभ सही लाभार्थियों तक पहुंचे।