ट्रेन से यात्रा करने वालों को झटका, रेलवे के किराए में बढ़ोतरी का ऐलान

अधिकारी ने कहा कि 500 किलो मीटर तक की यात्रा के लिए सेकंड क्लास के टिकटों के किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएंगी। रेलवे ने सेकंड क्लास के टिकट पर 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी की यात्रा करने के लिए प्रति किलोमीटर केवल आधा पैसा जोड़ने की योजना बनाई है।

ट्रेन से यात्रा करने वालों को झटका, रेलवे के किराए में बढ़ोतरी का ऐलान

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : नई दिल्ली।

भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक है। इस देश की लाइफ लाइन कहा जाता हैं। रोजाना लाखों लोग इससे सफर करते हैं और अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं। लोगों के उनके डेस्टिनेशन तक पहुंचाने के लिए रेलवे हर रोज़ सैकड़ों ट्रेनों का संचालन करता है।

ट्रैवल करने के अन्य साधनों के मुकाबले ट्रेन से सफर करना आरामदायक और किफायती होता हैं। यही वज़ह है कि भारत में ट्रेन से सफर करना भारतीय नागरिकों की पहली पसंद होता हैं। अब ट्रेन से यात्रा करने वालों को झटका लग सकता हैं।

रेलवे ने ट्रेन के किराए में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। जानकारी के मुताबिक, भारतीय रेलवे इस साल 1 जुलाई से AC और Non- AC मेल, एक्सप्रेस और सेकंड क्लास के टिकटों के किराए में वृद्धि करने जा रहा है।

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जब पर कोई बड़ा बोझ नहीं पड़ेगा

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने मंगलवार को एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी के हवाले से कहा है कि नए किराए के ढांचे से यात्रियों की जेब पर कोई बड़ा बोझ नहीं पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि उपनगरीय किराया दरों के या मासिक सीजन टिकट ( MST ) की कीमतों में कोई वृद्धि लागू होने की संभावना नहीं है।

प्रति किलोमीटर बढ़ेगा आधा पैसा 

अधिकारी ने कहा कि 500 किलोमीटर तक की यात्रा के लिए सेकंड क्लास की टिकटों के किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएंगी। लेकिन रेलवे ने सेकंड क्लास के टिकट पर 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी की यात्रा करने के लिए प्रति किलोमीटर आधा पैसा जोड़ने की योजना बनाई है।

अधिकारी ने कहा कि गैर – एसी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के किराए में एक पैसे प्रति किलोमीटर की न्यूनतम वृद्धि की संभावना है, जबकि AC कैटिगिरी की टिकटों के लिए दो पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी हो सकती है।

यह संशोधन यात्रियों, विशेष रूप से नियमित यात्रियों और कम दूरी की यात्रा करने वालों पर बोझ डाले बिना परिचालन लागत का प्रबंध करने के भारतीय रेलवे के चल रहे प्रयासों का हिस्सा है।

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