गोरखपुर में मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना योजना के अंतर्गत 214 मृत किसानों के परिजनों को मिला 5-5 लाख का आर्थिक संबल
सदर तहसील में 25 किसानों के आश्रितों को एनेक्सी सभागार में मुख्य अतिथि विधायक महेन्द्र पाल सिंह ने वितरित किए डेमो चेक
- गोरखपुर में मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना योजना के अंतर्गत 214 मृत किसानों के परिजनों को मिला 5-5 लाख का आर्थिक संबल
- सदर तहसील में 25 किसानों के आश्रितों को एनेक्सी सभागार में मुख्य अतिथि विधायक महेन्द्र पाल सिंह ने वितरित किए डेमो चेक
रिपोर्ट : दिनेश चंद्र मिश्रा : गोरखपुर। गोरखपुर जनपद के सदर तहसील सहित सभी तहसीलों में मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के अंतर्गत कुल 214 मृत किसानों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि के डेमो चेक वितरित किए गए। एनेक्सी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पिपराइच विधायक महेन्द्र पाल सिंह मुख्य अतिथि रहे, जिन्होंने सदर तहसील के 25 लाभार्थियों को चेक सौंपे।
कार्यक्रम के दौरान एडीएम प्रशासन पुरुषोत्तम दास गुप्ता, एडीएम वित्त राजस्व विनीत कुमार सिंह, सीआरओ हिमांशु वर्मा, एसडीएम सदर रोहित मौर्य, तहसीलदार ज्ञान प्रताप सिंह, और अन्य राजस्व अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
प्रदेशभर में 11690 किसानों के परिजनों को वितरित हुई सहायता राशि
अम्बेडकरनगर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के अन्य 74 जनपदों से जुड़े कार्यक्रम में कुल ₹561.86 करोड़ की धनराशि 11690 किसानों के परिजनों को भेजी गई, जिसमें गोरखपुर के 214 लाभार्थी भी शामिल हैं।
सदर तहसील के साथ-साथ अन्य तहसीलों में भी चेक वितरण
जनपद की अन्य तहसीलों में भी स्थानीय विधायकों, एसडीएमों, तहसीलदारों और अधिकारियों की उपस्थिति में शेष 189 लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए।
इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के अलावा सदर तहसील के कानूनगो, लेखपाल, ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर नीरज श्रीवास्तव, मेयर प्रतिनिधि सौरभ, तथा नायब तहसीलदार देवेंद्र यादव, आकांक्षा पासवान, जाकिर हुसैन, नीरू सिंह, प्रद्युम्न सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना योजना की जानकारी
यह योजना 14 सितंबर 2019 से लागू है, जिसके अंतर्गत किसान की दुर्घटना में मृत्यु या स्थायी अक्षमता की स्थिति में ₹5 लाख, आंशिक दिव्यांगता की स्थिति में ₹2.5 लाख तक की आर्थिक सहायता का प्रावधान है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चलाई जा रही यह योजना उन परिवारों के लिए संजीवनी है जो किसी दुर्घटना के बाद आर्थिक संकट में फंस जाते हैं।