शिक्षकों की एकजुट आवाज़: 15 सूत्रीय मांगों को लेकर बहराइच BSA कार्यालय पर गरजा जनसैलाब
पुरानी पेंशन, पदोन्नति और स्थानांतरण सहित शिक्षक हितों की मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले हुआ जोरदार धरना प्रदर्शन
- शिक्षकों की एकजुट आवाज़: 15 सूत्रीय मांगों को लेकर बहराइच BSA कार्यालय पर गरजा जनसैलाब
- पुरानी पेंशन, पदोन्नति और स्थानांतरण सहित शिक्षक हितों की मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले हुआ जोरदार धरना प्रदर्शन
रिपोर्ट : अशोक सोनी : बहराइच। बहराइच में आज शिक्षकों की समस्याओं को लेकर जो हुंकार गूंजी, वो न सिर्फ एक प्रदर्शन था, बल्कि एक चेतावनी थी – कि अब शिक्षक अपने हक के लिए पीछे नहीं हटेंगे। एक मई को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के नेतृत्व में जिले भर के हजारों शिक्षक बीएसए कार्यालय पर एकत्र हुए और अपनी 15 सूत्रीय मांगों के समर्थन में जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षकों ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा।
अपनी जायज़ मांगों के सम्मान में, प्राथमिक शिक्षक संघ मैदान में

बहराइच जनपद में शिक्षक हितों की अनदेखी के खिलाफ आज शिक्षकों का गुस्सा सड़क पर उतर आया। प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले हजारों शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय का घेराव कर 15 सूत्रीय मांगों को लेकर एकजुट प्रदर्शन किया।
इस धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष आनन्द कुमार पाठक ने की, जबकि संचालन जिला मंत्री विजय कुमार उपाध्याय ने किया। उन्होंने बताया कि यह धरना पूरे प्रदेश में एक साथ हो रहा है, और इसका नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा कर रहे हैं।
मांगों की फेहरिस्त – हक की पुकार
- 2003 के बाद नियुक्त शिक्षकों के लिए पुरानी पेंशन की बहाली
- वर्षों से लंबित पदोन्नति प्रक्रिया को तत्काल संपन्न करना
- सभी प्रकार के स्थानांतरण – अंतर्जनपदीय एवं अंतरजनपदीय – को पारदर्शी बनाना
- सभी शिक्षकों के लिए 10 लाख का सामूहिक बीमा लागू करना
- ग्रीष्मकाल में विद्यालय संचालन समय सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक करना
- दिव्यांग शिक्षकों के लिए वाहन भत्ता का आदेश जारी करना

संयुक्त मंत्री मोहम्मद अदीब ने बताया कि जिले के सभी ब्लॉकों से शिक्षक अपने-अपने बैनर के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए। कोषाध्यक्ष देवेंद्र कुमार सिंह ने दो टूक कहा – “संघ के आवाहन पर शिक्षक हर संघर्ष के लिए तैयार हैं।”
शिक्षकों का आक्रोश – हठधर्मी सरकार के खिलाफ एलान
उपाध्यक्ष आसिफ अली ने सरकार पर शिक्षकों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि सरकार शिक्षकों की कैशलेस चिकित्सा योजना में भेदभाव करती है, तो यह अस्वीकार्य है।
धरने में जिले के सभी विकास खंडों से शिक्षक नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे। उपस्थित प्रमुख शिक्षकों में विनय सिंह, सुरेश सरोज, महेंद्र पाल सिंह, उमाप्रसाद, कृपाशंकर दुबे, तनवीर आलम, चंचरिक पांडेय, उमाकांत तिवारी, राकेश यादव, सुरेश यादव समेत दर्जनों शिक्षकों ने भाग लिया और अपने विचार रखे।
इस धरने ने यह साफ कर दिया है कि शिक्षक अब चुप नहीं बैठेंगे। अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो यह संघर्ष और बड़ा रूप ले सकता है। ये सिर्फ 15 बिंदुओं की मांग नहीं, बल्कि शिक्षक सम्मान और हक की आवाज़ है।