यूपी के इंजीनियरिंग छात्रों के लिए खुशखबरी! अब पढ़ाई के साथ नौकरी की भी गारंटी, योगी सरकार का यह है प्लान

प्रदेश की तकनीकी शिक्षा और संसाधनों की प्रगति के इन आंकड़ों को देखने के बाद मुख्यमंत्री निर्देश दिया है कि राजकीय और अनुदानित पॉलीटेक्निक संस्थानों की तरह निजी संस्थाओं को भी राज्य संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क में शामिल किया जाए, ताकि सभी जगह गुणवत्ता बनी रहें।

यूपी के इंजीनियरिंग छात्रों के लिए खुशखबरी! अब पढ़ाई के साथ नौकरी की भी गारंटी , योगी सरकार का यह है प्लान 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : लखनऊ , उत्तर प्रदेश।

लखनऊ तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा को पूरी तरह रोज़गारोन्मुख बनाया जाएंगा।

जिससे हर विद्यार्थी को उद्योगों से जुड़ने का अवसर मिलेगा। अब  तकनीकी की पढ़ाई केवल डिग्री तक सीमित नहीं रहेंगी।

हर छात्र को इंटर्नशिप और अप्रेंटिसशिप का अवसर भी मिलेगा।

अगले सत्र से बस्ती, गोंडा, मिर्जापुर और प्रतापगढ़ के नव स्थापित इंजीनियरिंग कॉलेज अपने परिसरों से संचालित होंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कालिदास मार्ग स्थित आवास पर तकनीकी एवं व्यवसायिक शिक्षा की समीक्षा बैठक में छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए कई अहम निर्देश दिए हैं।

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मुख्यमंत्री योगी ने की बैठक 

प्रदेश में 324 सरकारी और 2982 निजी आईटीआई चल रही है। टाटा टेक्नोलॉजी के सहयोग से 212 सरकारी आईटीआई को आधुनिक बनाया गया है। 2024 से 2025 में 1.25 लाख युवाओं को अप्रेंटिसशिप और रोज़गार मिला है। 

30,000 से अधिक छात्रों ने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना में आवेदन किया है।

वहीं तकनीकी संस्थानों का प्लेटफार्म भी बढ़ा है। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय में इस वर्ष 1.64 लाख छात्रों का नामांकन हुआ है और अधिकतम पैकेज 59.91 लाख रुपए सालाना मिला है।

MMMUT विश्वविद्यालय गोरखपुर में भी छात्रों को 52 लाख तक के पैकेज मिले हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने दिए हैं निर्देश

प्रदेश की तकनीकी शिक्षा और संस्थाओं की प्रगति के इन आंकड़ों को देखने के बाद मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि राजकीय और अनुदानित पॉलीटेक्निक संस्थाओं की तरह निजी संस्थाओं को भी राज्य संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क में शामिल किया जाएं, ताकि सभी जगह गुणवत्ता बनी रहें।

एनबीए, नैक और NIRF रैंकिंग के लिए सभी संस्थाओं को पूरी तैयारी के साथ आगे आने का सुझाव दिया। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि प्रवेश लेने वाला कोई भी छात्र छात्रवृत्ति और फीस प्रतिपूर्ति से वंचित न रहें।

छात्रों को मिलेगा इंटर्नशिप का मौका

मुख्यमंत्री का इस बात पर जोर रहा कि तकनीकी संस्थानों में शिक्षा केवल डिग्री नहीं, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान और आत्मनिर्भरता का साधन बनें।

हर युवा को उनके कौशल के अनुसार, अवसर मिलना चाहिए। जिससे ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना पूरा हो सकें।

बैठक में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल भी उपस्थित रहें।

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