UP TOP 10 : निराश्रित और अभावग्रस्त बच्चों का स्वस्थ और खुशहाल बचपन होगा सुनिश्चित।बनाये जाएंगे 35 नये बाल आश्रय गृह, योजना में 18 मंडल मुख्यालय सहित 19 जिले होंगे शामिल। : सीएम योगी आदित्यनाथ। :मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश।
मुख्यमंत्री बाल आश्रय योजना मे,400 करोड़ रुपये प्रस्तावित, यू पी मे अब होगा 38 नये बाल आश्रय गृह का निर्माण।
अनिल बाजपेयी :Group Editor
” बचपन” के प्रति अति संवेदनशील योगी सरकार बच्चों को सर्वोच्च राष्ट्रीय संपत्ति मानती है उनके लिए संवेदनशील ईको सिस्टम विकसित करने के लिए यह सरकार प्रतिबद्ध है सीएम योगी की मंशा है कि निराश्रित एवं अभावग्रस्त बच्चों का हंसता खेलता बचपन सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए सभी मंडलों मे सभी श्रेणियों के कम से कम एक गृह अवश्य होगा
वर्तमान में जहां-जहां प्राइवेट और राजकीय भवनों में बाल आश्रय गृह संचालित है। ज्यादातर भवन जर्जर अवस्था में हैं। उनकी स्थिति संतोषजनक नहीं है। ज्यादातर जर्जर अवस्था में है। उनके कमरे तंग हैँ।भवनों में खुली हवा नहीं है। मूलभूत ढांचों का अभाव है इसे देखते हुए सरकार ने नये आश्रय स्थलों के निर्माण का फैसला किया है नये भवनों मे खुले , हवादार कमरे, योग, व्यायाम, खेलकूद, बागवानी सभी के लिए खुले मैदान होंगे। नये भवन में ऑब्जर्वेशन होम चाइल्ड केयर होम, न्याय बोर्ड, सुप्रीटेंडेंट एवं वॉर्डन के आवास की सुविधा भी होगी।
बालिकाओं के लिए 12 बाल गृह,बालकों के लिए 1 बाल गृह,किशोरों के लिए 11 संपेक्षण गृह शिशुओं और विशेषज्ञ दत्तकग्रहण यूनिट के लिए 6 बाल गृह,व 5 इंटीग्रेटेड होम का निर्माण महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर सेकराया जायेगा प्रदेश के सभी मंडलों में सभी श्रेणियों का कम से कम एक गृह का संचालन योगी सरकार करेगी।
राजकीय आश्रय गृहों में आगरा में 100 की क्षमता वाला एक बालिका गृह,अलीगढ़ में 100-100 की क्षमता वाला बालगृह किशोर संप्रेक्षण गृह,प्रयागराज में 100-100 की क्षमता वाला बाल गृह और किशोर संप्रेक्षण गृह,आजमगढ़ में 50 की क्षमता वाला शिशु गृह एवं 100 की क्षमता वाला बालिका गृह,लखनऊ में 300 की क्षमता वाला एकीकृत आश्रय सदन
मेरठ में 100-100 की क्षमता वाले बालिका गृह और किशोर संप्रेक्षण गृह एवं 50 की क्षमता वाला शिशु गृह,बरेली में 100-100 की क्षमता वाले बालिका गृह और किशोर संप्रेक्षण गृह एवं 50 की क्षमता वाला शिशु गृह, सहारनपुर में 100-100 की क्षमता वाले बालिका गृह और किशोर संप्रेक्षण गृह,वाराणसी में 275 की क्षमता वाला एकीकृत आश्रय सदन, मुरादाबाद में 100-100 की क्षमता वाले बालिका गृह और किशोर संप्रेक्षण गृह, गोरखपुर में 350 की क्षमता वाला एकीकृत आश्रय सदन,मीरजापुर में 100-100 की क्षमता वाले बालिका गृह और किशोर संप्रेक्षण गृह,
झांसी में 100-100 की क्षमता वाले बालिका गृह और किशोर संप्रेक्षण गृह एवं 50 की क्षमता वाला शिशु गृह,बस्ती में 100-100 की क्षमता वाले बालिका गृह और किशोर संप्रेक्षण गृह,कानपुर में 50 की क्षमता वाला शिशु गृह/विशेषज्ञ दत्तकग्रहण अभिकरण,देवीपाटन में 100-100 की क्षमता वाले बालिका गृह और किशोर संप्रेक्षण गृह, चित्रकूट में में 100-100 की क्षमता वाले बालिका गृह, किशोर संप्रेक्षण गृह और वाला शिशु गृह बनाए जाएंगे।अयोध्या में 375 की क्षमता वाला एकीकृत आश्रय सदन, इसके अलावा अमेठी में भी 310 की क्षमता वाला एकीकृत आश्रय सदन बनाया जाएगा।