वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध प्रदर्शन के नाम पर पश्चिम बंगाल में हिंसा और उत्पात

बांग्लादेश से लगातार हो रही अवैध घुसपैठ ने पश्चिम बंगाल की डेमोग्राफिक तस्वीर पहले ही काफी हद तक बदल दी है। बांग्लादेश में शेख हसीना के सट्टा जाने के बाद वह इस्लामी कट्टरपंथी संगठनों और आईएसआई के नेटवर्क तेज़ी से अपने पैर पसार रहा है।

वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध ‌प्रदर्शन के नाम पर पश्चिम बंगाल में हिंसा और उत्पात 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : बांग्लादेश ।

राज्य के कई जिलों में हालात बेहद संवेदनशील बने हुए हैं। लेकिन सबसे ज़्यादा खराब स्थिति मुर्शिदाबाद ज़िले की है।

यहां एक हिंसक भीड़ ने एक पिता-पुत्र की निर्मम हत्या कर दी।

सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आई है। जिनमें उग्र भीड़ झंडे लहराते हुए, दुकानों को लूटती और आगजनी करती दिखाई दे रही है।

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बांग्लादेश से लगातार हो रही अवैध घुसपैठ ने पश्चिम बंगाल की डेमोग्राफिक तस्वीर पहले ही काफ़ी हद तक बदल दी है।

बांग्लादेश में शेख हसीना की सत्ता जाने के बाद वहां इस्लामी कट्टरपंथी संगठनों और आईएसआई के नेटवर्क तेजी से अपना पैर पसार रहे हैं।

इसका सीधा कर भारत के सीमावर्ती इलाकों, खासकर पश्चिम बंगाल में देखने को मिल रहा है।

ऐसे में बंगाल में फैली यह हिंसा केवल कानून व्यवस्था का मुद्दा नहीं रह जाता, यह एक गहरी और संयोजित साजिश का हिस्सा भी हो सकता है।

ममता बनर्जी सरकार कर रवैया हमेशा ऐसे उग्र तत्वों के प्रति नरम रहा है। वोट बैंक की राजनीति के बारे में समय रहते कार्यवाही नहीं की गई।

जिससे हालात और भी ज्यादा बिगड़ते चले गए।

कोलकाता हाई कोर्ट ने कल आपको गंभीर मानते हुए अति संवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बलों के तैनाती का आदेश दिया है।

बंगाल में उपज रहे हालात को राष्ट्रीय सुरक्षा के नज़रिए से देखा जाना चाहिए।

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