योगी सरकार की जनसुनवाई से शिकायतों के निस्तारण में हुआ बड़ा सुधार
सीएम की मॉनिटरिंग से जनसुनवाई में आने वाली शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण से शिकायतों में दर्ज की गई गिरावट। मुख्यमंत्री डैशबोर्ड और आईजीआरएस जन शिकायतों के निस्तारण में निभा रहा अहम रोल। योगी सरकार के प्रयास का दिख रहा असर, जन शिकायतों के निस्तारण में श्रीवस्ती ने मारी बाजी।
योगी सरकार की जनसुनवाई से शिकायतों के निस्तारण में हुआ बड़ा सुधार
- रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : लखनऊ , उत्तर प्रदेश।
योगी सरकार आम जनमानस की जन शिकायतों के निस्तारण में आए दिन नए आयाम स्थापित कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मॉनिटरिंग से ही संभव हो पाया है कि प्रदेश में जन शिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में बड़ा सुधार आया है।
यही वजह है कि लगातार जनसुनवाई से शिकायतों के मामले में लगातार गिरावट दर्ज़ की जा रही है। यह बात मुख्यमंत्री डैशबोर्ड और आईजीआरएस (इंटीग्रेटेड ग्रिवांस रिड्रेसल सिस्टम) की अप्रैल महीने की रैंकिंग में सामने आई है।
रिपोर्ट के अनुसार, पूरे प्रदेश में जन शिकायतों के निस्तारण में श्रीवस्ती ने बाजी मारी है। वहीं शाहजहांपुर ने दूसरा और अमेठी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
सुबह 10:00 बजे जनसुनवाई , शाम 5:00 बजे लंबित , रात 9:00 बजे असंतुष्ट फीडबैक मामलों की होती है समीक्षा…
श्रावस्ती जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप श्रावस्ती मैं शिकायत निस्तारण को लेकर विशेषण नीति अपनाई गई है। जिले में रोजाना सुबह 10:00 बजे जनसुनवाई होती है।
जिसके बाद दिनभर प्राप्त शिकायतों की प्रगति की समीक्षा शाम 5:00 बजे और असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त प्रकरणों की गुणवत्ता का परीक्षण रात 9:00 बजे किया जाता है।
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उन्होंने बताया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी विभागीय अधिकारियों को जनसुनवाई और शिकायत निस्तारण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के स्पष्ट आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा नोडल अधिकारियों के माध्यम से शिकायतों के गुणवत्ता के निरंतर निगरानी की जा रही है।
जिससे निस्तारण की पारदर्शिता और प्रभाव शीलता सुनिश्चित हो रही है।
यही वजह है कि पिछले कई महीनो से श्रावस्ती जन समस्याओं के समयबद्ध और गुणवत्ता पूर्ण तरीके से निस्तारण में टॉप फाइव जिलों में बना हुआ है। उन्होंने बताया है कि अप्रैल महीने की आईजीआरएस और सीएम डैशबोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, पूरे प्रदेश में श्रावस्ती ने मामलों के निस्तारण में पहला स्थान प्राप्त किया है।

आईजीआरएस राइटिंग से जिलों में आपसी प्रतिस्पर्धा का जनता को मिल रहा सीधा लाभ!
डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने बताया है कि अप्रैल की रिपोर्ट के अनुसार, श्रावस्ती ने 140 पूर्णांक के सापेक्ष 131 प्राप्तांक प्राप्त किए हैं। वहीं श्रावस्ती का जन शिकायतों के निस्तारण का रेश्यो 93.57% है, जो सबसे अधिक है।
इसके साथ ही आईजीआरएस की अप्रैल 25 की रिपोर्ट के अनुसार,
टॉप 5 जिलों में शाहजहांपुर 92.86%,
दूसरे अमेठी 90.71%,
तीसरे बलिया और अंबेडकर नगर दोनों ने 85.71%,
इन सभी ने संयुक्त रूप से चौथा स्थान प्राप्त किया है। इन जिलों ने ना केवल शिकायतों को समय पर सुलझाया, बल्कि समाधान के गुणवत्ता को भी प्राथमिकता दी है।
वहीं छठे स्थान पर हमीरपुर, सातवें स्थान पर मैनपुरी, मऊ, हाथरस और बलरामपुर संयुक्त रूप से आठवीं स्थान पर है।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा निरंतर सुनिश्चित किया जा रहा है कि जन शिकायतों का समाधान समयबद्ध और संतोषजनक हो। उनके निर्देशों पर न सिर्फ शिकायतों की संख्या में कमी आई है, बल्कि आज संतुष्ट मामलों की दर में भी गिरावट दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, ऑनलाइन पोर्टल और आईजीआरएस जैसे माध्यमों को प्रभावशाली ढंग से उपयोग में लाया जा रहा है। यही वजह है कि आईजीआरएस रैंकिंग एक ऐसा माध्यम बन गया है,
जिस से जिलों में आपसी प्रति स्पर्धा भी उत्पन्न हो रही है, और इसका सीधा लाभ प्रदेश की जनता को मिल रहा है।
योगी सरकार का लक्ष्य है कि हर नागरिक की समस्या का समाधान समयबद्ध, संतोषजनक और पारदर्शी तरीके से हो, ताकि जनसुनवाई केवल प्रक्रिया नहीं, बल्कि समाधान की पहचान बनें।
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