योगी की पुलिस ने दुष्कर्म के बाद महिला की हत्या के मुख्य आरोपी अजय को किया ढेर मलिहाबाद में हुई मुठभेड़
राजधानी लखनऊ में महिला से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के फरार मुख्य आरोपी अजय को, योगी की पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है।मलिहाबाद थाना क्षेत्र में पुलिस और आरोपी की मुठभेड़ हुई है।
योगी की पुलिस ने दुष्कर्म के बाद महिला की हत्या के मुख्य आरोपी अजय को किया ढेर मलिहाबाद में हुई मुठभेड़
रिपोर्ट अखिलेश कुमार द्विवेदी : यूपी लखनऊ :
यूपी की राजधानी लखनऊ में महिला से दुष्कर्म और उसकी हत्या कर देने के बाद फरार मुख्य आरोपी अजय को मलिहाबाद की पुलिस ने थाना क्षेत्र में ढेर कर दिया है।आरोपी और पुलिस की मुठभेड़ मलिहाबाद के देवम लान के नजदीक शुक्रवार की रात में हुई है।
योगी की पुलिस ने दुष्कर्म के बाद महिला की हत्या के मुख्य आरोपी अजय को किया ढेर मलिहाबाद में हुई मुठभेड़
फोटो मुख्य आरोपी अजय
आपको बता दें कि इसके पूर्व घटना में शामिल मुख्य आरोपी के भाई दिनेश को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। मुख्य आरोपी घटना के बाद से ही फरार हो गया था।पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए एक लाख रूपये का इनाम घोषित कर रखा था। पुलिस आरोपी को पकड़ने की तलाश में थी,तभी रात में मुख्य आरोपी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। इस बीच पुलिस की गोली से वह ढेर हो गया।
बताते चलें कि अयोध्या के रौनाही इलाके की महिला आलमबाग बस अड्डे से अपने भाई के घर जाने के लिए टेंपो की तलाश में थी, कि तभी आरोपी ने उसे अपने टेंपो में बैठा लिया और रास्ते में उसके साथ दुष्कर्म किया। बाद में उसकी हत्या भी कर दी। पुलिस आरोपी और उसके साथ घटना में शामिल अन्य आरोपियों की खोज में लगी हुई थी, तभी मुख्य आरोपी अजय और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई जिसमें अजय मारा गया।
डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने मीडिया को दी जानकारी में बताया कि पुलिस व क्राइम ब्रांच की छह अलग-अलग टीमे घटना के खुलासे के लिए लगाई गई थी।उन्होंने बताया कि मलिहाबाद कसमंडी स्थित वहां के एक अस्पताल से ही ऑटो की फुटेज पुलिस को मिल गई थी। इसी के बाद पुलिस ने जब पूरे रूट की जांच की तो कई जगहों से पुलिस के हाथ फुटेज लग गए।
डीसीपी ने बताया कि सर्विलांस की सहायता से घटनास्थल के नजदीक एक्टिव मोबाइल नंबर की मदद से आरोपियों के बारे में पुलिस को सारी जानकारी मिल गई थी।इसी के बाद बृहस्पतिवार को मलिहाबाद के सन्यासी बाग के नजदीक से घटना में शामिल दिनेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस की पूछताछ में दिनेश ने बताया था कि घटना में उनका सगा भाई अजय भी शामिल था। अजय ने ही आलमबाग बस अड्डे से महिला को ऑटो में बैठालकर उसके भाई के घर उसको छोड़ने के लिए निकला था। लेकिन अंधे की चौकी के नजदीक अजय ने अपने भाई दिनेश को भी बैठा लिया।
मुख्य आरोपी अजय के भाई दिनेश ने पुलिस की पूछताछ में आगे बताया कि मलिहाबाद के मोहम्मद नगर पहुंचते ही महिला का मोबाइल अजय ने छीन लिया और आरोपी महिला को वाजिद नगर बाग लेकर चला गया।जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके विरोध करने पर उसका दुपट्टे से गला घोट कर उसकी हत्या कर दी।इसके बाद आरोपी मोबाइल फोन, जेवर एवं बैग लूटकर वहां से भाग खड़ा हुआ।
डीसीपी ने मीडिया को बताया कि दूसरी तरफ रात 10:00 बजे पुलिस को इसकी सूचना मिली कि फरार अजय बाइक से हरदोई भाग जाने की तैयारी में लगा है इस पर पुलिस की छह टीमों ने उसकी तलाश में घेराबंदी कर दी। इसी बीच अजय मलिहाबाद के महमूद नगर क्षेत्र में पुलिस को दिख गया।जैसे ही पुलिस को अजय दिखा पुलिस ने उसको रोकने की कोशिश की, लेकिन अजय बाइक लेकर भागना शुरू कर दिया। भगाने के बीच अजय बाइक लेकर गिर भी पड़ा। अजय ने जब समझा कि वह बाइक से नहीं भाग सकता, तो उसे छोड़कर पैदल ही भागने लगा। पुलिस के ऊपर अजय ने फायरिंग भी शुरू कर दी। इसके जवाब में पुलिस की टीम ने भी फायरिंग शुरू कर दी। जिसकी वजह से अजय को दो गोलियां लग गई।पुलिस पहले उसको सीएचसी लेकर गई। इसके बाद वहां से ट्रामा सेंटर भी अजय को लेकर पहुंची,लेकिन डॉक्टरों ने उसको मृतक घोषित कर दिया। अजय के पास से एक तमंचा,कुछ रुपए,दो मोबाइल फोन व अन्य सामान भी बरामद हुआ है।
डीसीपी ने मीडिया को बताया कि दोनों भाइयों के ऊपर कई मुकदमे दर्ज हैं।
डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने आगे मीडिआ से बताया कि घटना में सम्मिलित दोनों सगे भाई पेशे से ही अपराधी हैं। गिरफ्तार हुए दिनेश के विरुद्ध पहले से ही दुष्कर्म,चोरी और गैंगस्टर के आठ मुकदमे दर्ज हैं।जबकि मुख्य आरोपी अजय के विरुद्ध शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्र में गैंगस्टर चोरी के कुल 22 मुकदमे दर्ज हैं।
दुष्कर्म व लूट की धारा पुलिस को बढ़ानी पड़ी पहले पुलिस कह रही थी कि केवल दुष्कर्म का प्रयास हुआ है
पहले दुष्कर्म फिर उसकी हत्या की गई है ऐसी आशंका पहले से ही जताई जा रही थी, लेकिन पुलिस उसे केवल दुष्कर्म के प्रयास का मामला बता रही थी। जब हत्यारोपी दिनेश पकड़ा गया। उसके बाद मुकदमे में दुष्कर्म की धारा 64(1 ) और लूट की धारा 309 (4) पुलिस को बढ़ानी पड़ी।
डीसीपी दुष्कर्म की धारा बढ़ाने के मामले में अपना तर्क दे रहे हैं कि बीएनएस की धारा में दुष्कर्म के प्रयास की कोई अलग से धारा ही नहीं होती है इसीलिए सीधे दुष्कर्म की धारा लगा दी गई है।