- मायागंज अस्पताल में मोबाइल चोरी करता युवक रंगे हाथ पकड़ा, भीड़ ने की पिटाई
- गायनी वार्ड में मरीज के बेड से मोबाइल चुराते पकड़ा गया युवक, खुद को सफाईकर्मी बता बचने की कोशिश करता रहा
रिपोर्ट : अमित कुमार : भागलपुर : बिहार। भागलपुर के मायागंज अस्पताल में एक युवक को मोबाइल चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। घटना गुरुवार रात की है, जब गायनी वार्ड में भर्ती मरीज के बेड से मोबाइल चुराने की कोशिश कर रहे युवक को लोगों ने पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। आरोपी युवक खुद को अस्पताल स्टाफ बताकर बचने की कोशिश करता रहा, लेकिन भीड़ ने उसकी एक नहीं सुनी।
बीती रात लगभग 8:30 बजे भागलपुर स्थित मायागंज अस्पताल के गायनी वार्ड में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक युवक मोबाइल चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक वार्ड में भर्ती मरीज के बेड के पास गया और चुपचाप मोबाइल चुराकर भागने की कोशिश करने लगा।
उसी वक्त अस्पताल में तैनात सफाईकर्मी के सुपरवाइजर की नजर उस पर पड़ी। जब उन्होंने युवक को रोकने की कोशिश की, तो उसने भागने की कोशिश की। शोर मचते ही अस्पताल में मौजूद अन्य लोग इकट्ठा हो गए और युवक को पकड़ लिया गया। इसके बाद भीड़ ने युवक की जमकर पिटाई कर दी, जो करीब 10 मिनट तक चलती रही।
बताया जा रहा है कि युवक बार-बार खुद को अस्पताल का सफाईकर्मी और कभी नाइट गार्ड का इच्छुक बताता रहा। लेकिन उसकी बातों में कोई दम नहीं दिखा। बाद में अस्पताल के कुछ कर्मचारियों ने युवक को “लोकल लड़का” बताते हुए गेट से बाहर भगा दिया।
युवक की पहचान सुमित कुमार के रूप में हुई है, जो मायागंज क्षेत्र का ही रहने वाला है। मोबाइल चोरी का शिकार हुए युवक सूरज ने बताया कि वह अपने परिजन के साथ वार्ड में मौजूद थे, तभी उन्होंने देखा कि सुमित उनके परिजन का मोबाइल लेकर भाग रहा है। उन्होंने शोर मचाया और अन्य लोगों की मदद से उसे पकड़ लिया गया।
पीड़ित सूरज ने यह भी बताया कि इससे पहले भी उनके परिवार के दो मोबाइल मायागंज अस्पताल परिसर से चोरी हो चुके हैं, लेकिन कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
खबर लिखे जाने तक बरारी पुलिस को इस घटना की कोई जानकारी नहीं दी गई थी। हालांकि, सूत्रों का दावा है कि सुमित अस्पताल में दलाली जैसे कार्यों से जुड़ा हुआ है और अक्सर वहां घूमते देखा जाता है।
गौरतलब हो कि मायागंज अस्पताल में इस तरह की घटनाएं मरीजों और उनके परिजनों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती हैं। अस्पताल प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की जरूरत है ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।