अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी स्मृति में महिला सम्मेलन का आयोजन, प्रेरणादायी जीवन पर हुई चर्चा
पयागपुर ब्लॉक सभागार में जुटीं सैकड़ों महिला प्रतिनिधि, मुख्य अतिथि MLC डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी ने किया संबोधित
- अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी स्मृति में महिला सम्मेलन का आयोजन, प्रेरणादायी जीवन पर हुई चर्चा
- पयागपुर ब्लॉक सभागार में जुटीं सैकड़ों महिला प्रतिनिधि, मुख्य अतिथि MLC डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी ने किया संबोधित
रिपोर्ट : महेश अग्रवाल : पयागपुर, बहराइच। महिलाओं के नेतृत्व और सामाजिक चेतना को समर्पित एक महत्वपूर्ण आयोजन पयागपुर ब्लॉक सभागार में हुआ, जहां अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के तहत ब्लॉक स्तरीय महिला सम्मेलन आयोजित किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी ने प्रतिभाग किया और अहिल्याबाई के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया।
सम्मेलन में दिखी महिला प्रतिनिधियों की जबरदस्त भागीदारी

पंचायत स्तर की महिला प्रतिनिधियों और भाजपा कार्यकर्ताओं की सैकड़ों की संख्या में उपस्थिति ने कार्यक्रम को खास बना दिया। कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं ने न सिर्फ अहिल्याबाई होलकर के जीवन और संघर्ष को सुना, बल्कि उनके बताए मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी ली।
मुख्य अतिथि डॉ. त्रिपाठी ने क्या कहा?
MLC डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा—”अहिल्याबाई होलकर सिर्फ एक महान शासिका ही नहीं, बल्कि भारतीय समाज में महिला सशक्तिकरण की प्रतीक हैं। उनके कार्य आज भी महिलाओं को आत्मनिर्भर और नेतृत्वशील बनने की प्रेरणा देते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे आयोजनों के माध्यम से हमें इतिहास की महान विभूतियों को वर्तमान पीढ़ी से जोड़ने का अवसर मिलता है।
समारोह में गीता देवी (ब्लॉक प्रमुख, पयागपुर), समय प्रसाद मिश्रा (जिला पंचायत सदस्य), ललिता चक्रवर्ती (जिला पंचायत सदस्य), राम गोपाल शुक्ला (पूर्व मंडल अध्यक्ष), विनय कुमार मिश्रा (वरिष्ठ भाजपा नेता) व क्षेत्र के अनेक ग्राम प्रधान और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
सभी अतिथियों ने अहिल्याबाई होलकर के योगदान को याद करते हुए उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने की बात कही।
कार्यक्रम का उद्देश्य क्या रहा?
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य :
- अहिल्याबाई होलकर के विचारों का प्रचार-प्रसार
महिला प्रतिनिधियों को सामाजिक नेतृत्व के लिए प्रेरित करना - ग्राम स्तर पर जागरूकता फैलाना कि महिलाएं भी नीति और समाज निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं।