शिकायत निस्तारण में शिथिलता पर बहराइच डीएम मोनिका रानी सख्त, प्रभारी का मई माह का वेतन रोका
जिलाधिकारी ने किया शिकायत प्रकोष्ठ का निरीक्षण, एडीएम को सौंपी नई ज़िम्मेदारी
- शिकायत निस्तारण में शिथिलता पर बहराइच डीएम मोनिका रानी सख्त, प्रभारी का मई माह का वेतन रोका
- जिलाधिकारी ने किया शिकायत प्रकोष्ठ का निरीक्षण, एडीएम को सौंपी नई ज़िम्मेदारी
रिपोर्ट : अतुल त्रिपाठी : बहराइच। यूपी क़े बहराइच के कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने शिकायत प्रकोष्ठ का औचक निरीक्षण कर विभिन्न उच्च अधिकारियों और शासन से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की स्थिति की समीक्षा की। निरीक्षण में लापरवाही मिलने पर डीएम ने प्रभारी अधिकारी का मई माह का वेतन रोकने का निर्देश दिया और उन्हें तत्काल कार्यमुक्त कर दिया।
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जिलाधिकारी मोनिका रानी ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अंतर्गत कलेक्ट्रेट स्थित शिकायत प्रकोष्ठ का सघन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री जनसुनवाई, मानवाधिकार आयोग, राजस्व परिषद, आईजीआरएस, आयुक्त व अन्य उच्च स्तरों से प्राप्त सैकड़ों प्रार्थना-पत्रों का जायज़ा लिया।
निरीक्षण में यह सामने आया कि निर्धारित समयसीमा के भीतर शिकायतों का निस्तारण नहीं किया गया है और कई पत्रों पर अनुस्मारक तक जारी नहीं किए गए थे। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए जिलाधिकारी ने प्रभारी अधिकारी (मुख्य राजस्व अधिकारी) का मई 2025 का वेतन बाधित करने का निर्देश दिया।
इसके साथ ही उन्हें शिकायत प्रकोष्ठ के प्रभारी पद से भी मुक्त कर दिया गया। अब इस जिम्मेदारी को अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव को सौंपा गया है और जिला मुख्यालय पर तैनात डिप्टी कलेक्टर अश्विनी पाण्डेय को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है।
डीएम का निरीक्षण-निर्देश एक नजर में
- मुख्यमंत्री जनसुनवाई, मानवाधिकार आयोग व अन्य उच्च संस्थानों से प्राप्त प्रार्थना-पत्रों की स्थिति की जांच
- नियत तिथि पर कार्यवाही नहीं होने और अनुस्मारक न जारी करने पर जताई नाराजगी
- मुख्य राजस्व अधिकारी को शिकायत प्रकोष्ठ प्रभारी पद से हटाया गया
- अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव को सौंपा गया नया दायित्व
- डिप्टी कलेक्टर अश्विनी पाण्डेय को बनाया गया अपर प्रभारी
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