प्रयागराज एयरपोर्ट ने रचा इतिहास: छह एयरोब्रिज वाला प्रदेश का पहला घरेलू हवाई अड्डा बना
वाराणसी और गोरखपुर को पछाड़, अब सिर्फ लखनऊ एयरपोर्ट से पीछे
- प्रयागराज एयरपोर्ट ने रचा इतिहास: छह एयरोब्रिज वाला प्रदेश का पहला घरेलू हवाई अड्डा बना
- वाराणसी और गोरखपुर को पछाड़, अब सिर्फ लखनऊ एयरपोर्ट से पीछे
रिपोर्ट : राजीव कृष्ण श्रीवास्तव : प्रयागराज। उत्तर प्रदेश की संगमनगरी प्रयागराज ने एक नई उड़ान भरते हुए प्रदेश के हवाई यातायात मानचित्र पर खुद को अग्रणी साबित कर दिया है। प्रयागराज एयरपोर्ट अब प्रदेश का पहला घरेलू हवाई अड्डा बन गया है, जहां छह एयरोब्रिज की आधुनिक सुविधा उपलब्ध है। यह उपलब्धि न सिर्फ प्रयागराज के तेजी से बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर का प्रतीक है, बल्कि उत्तर भारत में हवाई सेवाओं के विकास की एक नई दिशा भी तय करती है।
प्रयागराज बना तकनीकी सुविधा में अग्रणी
क्या होता है एयरोब्रिज और क्यों है खास
एयरोब्रिज, जिसे तकनीकी भाषा में पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज (PBB) कहा जाता है, एक ऐसी आधुनिक सुविधा है जो यात्रियों को सीधे टर्मिनल भवन से विमान तक पहुंचने की सुविधा देती है।
यात्रियों को होती है यह सुविधा
✔️ सीढ़ियां चढ़ने की जरूरत नहीं पड़ती
✔️ रनवे पर बस या वाहन से यात्रा नहीं करनी पड़ती
✔️ बारिश, तेज धूप या ठंड में सुरक्षित चढ़ाई उतराई मिलती है
✔️ बुजुर्ग, दिव्यांग और बच्चों के लिए यात्रा होती है बेहद आसान
- यह सुविधा हवाई अड्डे की तकनीकी दक्षता और आधुनिकता को दर्शाती है
- यात्रियों की सुविधा और अनुभव दोनों बेहतर होते हैं
- हवाई अड्डे की ऑपरेशनल क्षमता और सुरक्षा में भी वृद्धि होती है
अन्य एयरपोर्ट्स की स्थिति
हवाई अड्डा और वहां स्थित एयरोब्रिज की संख्या
- लखनऊ (अंतरराष्ट्रीय) 09
- प्रयागराज (घरेलू) 06
- वाराणसी (अंतरराष्ट्रीय) 04
- गोरखपुर, कानपुर आदि 0-2 (अधिकतम)
प्रयागराज के लिए गर्व का क्षण
यह उपलब्धि प्रयागराज को न केवल उत्तर प्रदेश में, बल्कि उत्तर भारत के प्रमुख हवाई केंद्रों में गिनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे भविष्य में यहां से नई उड़ानों की संभावनाएं, कार्गो सेवाएं और अंतरराष्ट्रीय संपर्क भी तेज़ी से बढ़ सकते हैं।