भागलपुर की बेटी खुशी यादव ने जीता खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में गोल्ड, जिले में मनाया गया जश्न

2000 मीटर स्टेपलचेज में स्वर्ण पदक जीतकर खुशी यादव ने राष्ट्रीय स्तर पर भागलपुर और बिहार का नाम रोशन किया

  • भागलपुर की बेटी खुशी यादव ने जीता खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में गोल्ड, जिले में मनाया गया जश्न
  • 2000 मीटर स्टेपलचेज में स्वर्ण पदक जीतकर खुशी यादव ने राष्ट्रीय स्तर पर भागलपुर और बिहार का नाम रोशन किया

रिपोर्ट: अमित कुमार : भागलपुर : बिहार। खेल के मैदान में एक बार फिर भागलपुर की धरती से प्रतिभा ने इतिहास रच दिया है। खुशी यादव ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में 2000 मीटर स्टेपलचेज में स्वर्ण पदक जीतकर अपने जिले और राज्य को गौरवान्वित किया। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि के बाद भागलपुर में उत्सव का माहौल है।

यह भी पढ़ें : भारत शौर्य तिरंगा यात्रा निकाल कर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के वीर जवानों को दी श्रद्धांजलि

भव्य स्वागत से गूंज उठा रेलवे स्टेशन

Bhagalpur's daughter Khushi Yadav won Gold in Khelo India Youth Games 2025, celebrated in the distric

जैसे ही खुशी यादव भागलपुर रेलवे स्टेशन पर स्वर्ण पदक लेकर पहुंचीं, वहाँ समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा। फूल-मालाओं से उनका स्वागत हुआ और ढोल-नगाड़ों की गूंज ने पूरे स्टेशन को जश्न में बदल दिया। स्थानीय जनप्रतिनिधि, खिलाड़ी, समाजसेवी और अधिकारी भारी संख्या में स्वागत के लिए उपस्थित थे।

खुशी यादव (गोल्ड विजेता) : “मैंने अपनी चोट को कमजोरी नहीं बनने दिया। कोच और परिवार के सहयोग से मैंने यह मुकाम हासिल किया।”

दिव्यांशु कुमार (विजेता) : “खुशी हम सबके लिए प्रेरणा हैं।”

कोच: “खुशी की मेहनत और फोकस ने उसे आज ये सम्मान दिलाया।”

संघर्ष और अनुशासन से मिली जीत

Bhagalpur's daughter Khushi Yadav won Gold in Khelo India Youth Games 2025, celebrated in the distric
Bhagalpur’s daughter Khushi Yadav won Gold in Khelo India Youth Games 2025, celebrated in the distric

खुशी यादव की यह जीत किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं। सीमित संसाधनों के बीच उन्होंने अनुशासन, लगन और निरंतर अभ्यास के बलबूते खुद को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए तैयार किया। उन्होंने अपनी चोट के बाद भी हार नहीं मानी और लॉन्ग जंप छोड़ दौड़ में खुद को ढाला, जो आज उनकी जीत की सबसे बड़ी वजह बनी।

समाजसेवी संजीव सुमन का बयान

“खुशी यादव ने साबित किया है कि सपनों को हकीकत में बदलने के लिए बड़ी सोच और कड़ी मेहनत जरूरी होती है। एक साधारण परिवार से आते हुए भी उन्होंने जो मुकाम पाया है, वह प्रेरणादायक है।”

 कोच की प्रतिक्रिया

खुशी के कोच ने बताया, “वह शुरू से ही डेडिकेटेड और अनुशासित एथलीट रही हैं। उनकी मेहनत और समर्पण देखकर मुझे हमेशा विश्वास रहा कि वह एक दिन राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ेगी।

जिले में मनाया गया जीत का जश्न

खुशी यादव (गोल्ड विजेता) : "मैंने अपनी चोट को कमजोरी नहीं बनने दिया। कोच और परिवार के सहयोग से मैंने यह मुकाम हासिल किया।" दिव्यांशु कुमार (विजेता) : "खुशी हम सबके लिए प्रेरणा हैं।" कोच: "खुशी की मेहनत और फोकस ने उसे आज ये सम्मान दिलाया।"भागलपुर के शाहजांगी, नवटोलिया की रहने वाली खुशी यादव इससे पहले भी कई राज्य व राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी हैं। लेकिन खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का स्वर्ण पदक** उनकी अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

नई उड़ान की तैयारी

खुशी यादव (गोल्ड विजेता) : "मैंने अपनी चोट को कमजोरी नहीं बनने दिया। कोच और परिवार के सहयोग से मैंने यह मुकाम हासिल किया।" दिव्यांशु कुमार (विजेता) : "खुशी हम सबके लिए प्रेरणा हैं।" कोच: "खुशी की मेहनत और फोकस ने उसे आज ये सम्मान दिलाया।"खुशी पहले लॉन्ग जंप की एथलीट थीं, लेकिन एक गंभीर चोट के बाद उन्होंने खुद को स्टेपलचेज में ढाला। इस बदलाव ने उन्हें नई ऊंचाई दी और आज वह देश की टॉप युवा एथलीटों में शुमार हो चुकी हैं।

यह भी पढ़ें : भारत शौर्य तिरंगा यात्रा निकाल कर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के वीर जवानों को दी श्रद्धांजलि