कुपोषण उन्मूलन की ओर बड़ा कदम: बहराइच में 30 सितम्बर तक चलेगा त्रैमासिक ‘संभव अभियान’

जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कलेक्ट्रेट सभागार से की औपचारिक शुरुआत, घरेलू पौष्टिक संसाधनों से कुपोषण मिटाने का संदेश

  • कुपोषण उन्मूलन की ओर बड़ा कदम: बहराइच में 30 सितम्बर तक चलेगा त्रैमासिक ‘संभव अभियान’
  • जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कलेक्ट्रेट सभागार से की औपचारिक शुरुआत, घरेलू पौष्टिक संसाधनों से कुपोषण मिटाने का संदेश

अतुल त्रिपाठी :बहराइच। बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से बहराइच जनपद में एक बड़ी पहल करते हुए 1 जुलाई से 30 सितम्बर 2025 तक ‘संभव अभियान’ का संचालन शुरू हो गया है। इसका उद्देश्य गंभीर रूप से कुपोषित (सैम) बच्चों की पहचान, उपचार और पोषण प्रबंधन के माध्यम से कुपोषण को जड़ से खत्म करना है।

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Big step towards malnutrition elimination: quarterly 'possible campaign' will run till 30 September in Bahraic

बहराइच के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में ‘संभव अभियान’ की विधिवत शुरुआत हुई। इस अभियान का मकसद गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों की पहचान, ई-कवच पोर्टल पर डेटा फीडिंग, सामुदायिक स्तर पर प्रबंधन और जन-जागरूकता के माध्यम से कुपोषण उन्मूलन करना है।

डीएम ने बैठक में बताया कि अभियान को तीन चरणों में विभाजित कर मासिक थीम पर फोकस किया गया है:

  • जुलाई: पोषण पर जागरूकता
  • अगस्त: 6 माह से कम उम्र के शिशुओं की देखभाल
  • सितम्बर: ऊपरी आहार प्रोत्साहन

जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सभी सैम बच्चों के घरों में सहजन का पौधा अनिवार्य रूप से लगवाया जाए ताकि पोषक तत्वों से भरपूर आहार घरेलू स्तर पर उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि कुपोषण जैसी चुनौती का हल केवल सरकारी योजनाओं से नहीं, बल्कि जनसहभागिता और घरेलू संसाधनों के सही उपयोग से संभव है।

सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया कि ई-कवच पोर्टल पर शत-प्रतिशत डेटा फीडिंग सुनिश्चित करते हुए, वीएचएसएनडी सत्रों की गुणवत्ता में सुधार लाया जाए। साथ ही, 6 माह से छोटे बच्चों व गर्भवती महिलाओं की नियमित वजन निगरानी की जाए।

संभव अभियान के लक्ष्य

  • 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में नाटेपन की दर 40% तक घटाना
  • बेस्टिंग की दर 5% से कम करना
  • सतत विकास लक्ष्य 2.0 की ओर ठोस प्रगति

डीएम ने अभियान को जनआंदोलन में बदलने के लिए “पोषण दिवस”, “पोषण पंचायत”, “नारी अदालत” जैसे मंचों को पोषण उत्सव के रूप में मनाने का निर्देश भी दिया, जिससे समुदाय में व्यवहार परिवर्तन लाया जा सके।

Big step towards malnutrition elimination: quarterly 'possible campaign' will run till 30 September in Bahraicइस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, डीएफओ राम सिंह यादव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार, पीडीडीआरडीए अरुण कुमार, डीपीआरओ सर्वेश पांडेय, डीएसओ नरेन्द्र तिवारी, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी विमल कुमार, सीडीपीओ, मुख्य सेविकाएं और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

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