हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की दोहरी मार: हर तीसरा वयस्क हाइपरटेंशन का शिकार, हर पांचवां शुगर का मरीज
ग्रामीण भारत में भी तेजी से बढ़ रहा खतरा, बहराइच के डॉ. सुधीर शुक्ला सहित विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
- हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की दोहरी मार: हर तीसरा वयस्क हाइपरटेंशन का शिकार, हर पांचवां शुगर का मरीज
- ग्रामीण भारत में भी तेजी से बढ़ रहा खतरा, बहराइच के डॉ. सुधीर शुक्ला सहित विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
रिपोर्ट : अशोक सोनी : कैसरगंज : बहराइच : Health Alert : भारत में अब सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं रही जीवनशैली की बीमारियां। हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) और डायबिटीज (मधुमेह) की जुड़वा महामारी अब गांव-कस्बों तक पहुंच चुकी है। BMC Public Health में प्रकाशित एक ताजा शोध में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि देश में 30 वर्ष से अधिक उम्र का हर तीसरा व्यक्ति हाइपरटेंशन से और हर पांचवां व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित है।
सबसे गंभीर बात यह है कि जिन लोगों को हाइपरटेंशन है, उनमें डायबिटीज होने की संभावना 50 प्रतिशत ज्यादा होती है। वहीं, डायबिटीज के 43 प्रतिशत मरीजों में ब्लड प्रेशर की भी समस्या पाई गई। इसे विशेषज्ञों ने ‘ट्विन एपिडेमिक’ यानी दोहरी महामारी का नाम दिया है।
गांव-देहात में भी घुसपैठ
यह बीमारी अब सिर्फ मॉल और ऑफिस में बैठने वाले शहरी लोगों तक सीमित नहीं है। अध्ययन बताता है कि यह महामारी दक्षिण भारत, पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत के गांवों और कस्बों में भी तेजी से पांव पसार रही है।
स्थानीय विशेषज्ञ की राय
जरवल रोड, बहराइच के युवा डॉक्टर डॉ. सुधीर कुमार शुक्ला, जो इस अध्ययन के सह-लेखक भी हैं, ने बताया—”यह अब केवल जीवनशैली से जुड़ी बीमारी नहीं रही। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग अब इन बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। यह बदलते समय में भारत के स्वास्थ्य संकट की बड़ी तस्वीर है।”
विश्व उच्च रक्तचाप दिवस से पहले बड़ी चेतावनी
यह अध्ययन ऐसे समय आया है जब 17 मई 2025 को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर शोधकर्ताओं ने सरकार से अपील की है कि ब्लड प्रेशर और शुगर की संयुक्त स्क्रीनिंग और इलाज की नीति बनाई जाए, ताकि शुरुआती स्तर पर ही मरीजों की पहचान कर उन्हें सही इलाज मिल सके।
शोध में शामिल रहे यह प्रमुख विशेषज्ञ

ब्लड प्रेशर और शुगर को लेकर हुए शोध की टीम में डॉ. निशिकांत सिंह, डॉ. सुधीर कुमार शुक्ला (बहराइच), डॉ. प्रतिभा जॉन, रिमझिम बाजपेयी, प्रिंस चुग, डॉ. ऋतुपर्णा सेनगुप्ता, डॉ. रितेश रंजन पुष्कर, निशांत यादव, डॉ. नवीन सिंह श्री राजीव सदानंदन (पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव, केरल सरकार) शामिल रहे।
यह स्पष्ट है कि हाइपरटेंशन और डायबिटीज की यह दोहरी मार अब भारत के स्वास्थ्य तंत्र के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है। समय रहते इन पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो यह महामारी आने वाले वर्षों में और भी विकराल रूप ले सकती है।