- भागलपुर मुस्लिम इंटर स्कूल के सचिव जावेद खान बोले – बिना चुनाव के नहीं हटूंगा, शिक्षा समिति में साजिश रच रही है एक टीम
- प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले जावेद खान – शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने की हो रही है कोशिश, हारिस फरीद का सचिव पद फर्जी
रिपोर्ट : अमित कुमार : भागलपुर, बिहार। भागलपुर में मुस्लिम शिक्षा समिति और मुस्लिम इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय को लेकर उठे विवाद पर अब सचिव जावेद खान ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे अपने पद से बिना विधिवत चुनाव के नहीं हटेंगे। साथ ही उन्होंने हारिस फरीद अहमद खान और उनकी टीम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे समिति की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
जावेद खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खोला मोर्चा
हारिस फरीद नहीं हैं समिति के वैध महासचिव
उन्होंने स्पष्ट किया कि हारिस फरीद अहमद खान समिति के वैध महासचिव नहीं हैं, बल्कि इसके अधिकृत सचिव डॉ. फारूक अली हैं। चुनाव में बाधा डालने के उद्देश्य से यह साजिश की जा रही है। अदालत ने सिर्फ चुनाव पर रोक लगाई है, बाकी कामकाज पर कोई रोक नहीं है।
नियुक्तियां संविधान के अनुसार हुईं
जावेद खान ने कहा कि मुस्लिम एजुकेशनल कमेटी (एमईसी) के संविधान के तहत ही सभी बहालियां की गई हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने न केवल इंटर स्कूल में, बल्कि मुस्लिम माइनॉरिटी डिग्री कॉलेज और उर्दू गर्ल्स इंटर स्कूल में भी नियुक्तियां की हैं।
जन्मतिथि और डिग्री को लेकर दी सफाई
जावेद खान ने अपनी जन्मतिथि पर उठे सवालों पर सफाई देते हुए कहा कि आधार कार्ड में 1964 और वोटर आईडी में 1978 दर्ज है, जिसे दुरुस्त कराने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि उन्होंने बीएन कॉलेज से इंटर और स्नातक किया है और तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से डिग्री प्राप्त है।
एडवोकेट शमसुद्दीन पर भी उठाए सवाल
सचिव जावेद खान ने एडवोकेट शमसुद्दीन से भी सवाल पूछा कि किस अधिकार के तहत वे संस्था का संचालन कर रहे हैं? उन्होंने खुद के नि:शुल्क सेवा देने की बात कही और बताया कि उन्होंने इस विद्यालय के निर्माण में खुद गड्ढा खोदकर योगदान दिया है।
इंजीनियर इस्लाम ने भी रखी बात
इस अवसर पर इंजीनियर इस्लाम, जो कि समिति के अध्यक्ष हैं, ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “समिति में जो भी विवाद है, उसे आपसी सलाह-मशविरा से सुलझाया जा सकता है। चुनाव होने से विवाद खत्म हो जाएंगे। मैं एमईसी के निर्वाचित होने तक अध्यक्ष पद पर बना रहूंगा।”
भागलपुर की मुस्लिम शिक्षा समिति में चल रही खींचतान अब खुलकर सामने आ चुकी है। सचिव और अध्यक्ष पद पर काबिज पदाधिकारियों ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। अब सबकी निगाहें आगामी चुनाव और कानूनी निर्णयों पर टिकी हैं, जो इस विवाद का अंतिम समाधान तय करेंगे।