कलयुगी बेटे ने की सौतेले पिता की हत्या, 50 हजार की सुपारी देकर स्कूल के बरामदे में फेंकवाया शव
देवरिया में 28 जून को स्कूल प्रबंधक की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, सौतेले बेटे सहित दो आरोपी गिरफ्तार
- कलयुगी बेटे ने की सौतेले पिता की हत्या, 50 हजार की सुपारी देकर स्कूल के बरामदे में फेंकवाया शव
- देवरिया में 28 जून को स्कूल प्रबंधक की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, सौतेले बेटे सहित दो आरोपी गिरफ्तार
रिपोर्ट : शीतल सिंह : देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से रिश्तों को शर्मसार करने वाली एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। एक सौतेले बेटे ने संपत्ति के लालच में अपने ही पिता की हत्या करवा दी। 50 हजार रुपये की सुपारी देकर उसने दो साथियों की मदद से स्कूल के बरामदे में कुल्हाड़ी से वार कर हत्या को अंजाम दिलवाया। घटना के बाद से फरार चल रहे दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

28 जून 2025 को देवरिया जिले में स्थित एक निजी स्कूल के प्रबंधक धनंजय पाल की हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने स्कूल परिसर के बरामदे में ही कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया और मौके से फरार हो गए। शव को देखकर पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी के निर्देश पर एसओजी टीम, डॉग स्क्वायड, फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई। मृतक की पत्नी की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
सौतेले बेटे का नाम आया सामने
जांच के दौरान जो खुलासा हुआ, उसने सभी को हैरान कर दिया। हत्या की साजिश मृत्युंजय पाल नाम के युवक ने रची थी, जो मृतक का सौतेला बेटा निकला। उसने संपत्ति के लालच में अपने पिता को रास्ते से हटाने के लिए ₹50,000 की सुपारी अपने साथी को दी। इसमें ₹2,000 नगद और ₹13,000 फोन पे के माध्यम से अग्रिम राशि दी गई थी।
कैसे रची गई साजिश
पुलिस के मुताबिक, मृत्युंजय ने पहले अपने साथियों के साथ मिलकर पूरी योजना बनाई। जैसे ही धनंजय पाल स्कूल पहुंचे, पहले से घात लगाए बदमाशों ने उन पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया और हत्या कर दी। इसके बाद शव को स्कूल के बरामदे में फेंककर फरार हो गए।
गिरफ्तार हुए आरोपी
पुलिस ने हत्या में शामिल सौतेले बेटे मृत्युंजय पाल और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश जारी है। पूछताछ में आरोपियों ने जुर्म कबूल कर लिया है।
देवरिया की यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि पारिवारिक विश्वास और रिश्तों की भी हत्या है। एक बेटा, जिसने अपने पिता की हत्या की सुपारी दी, समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि लालच और गिरते नैतिक मूल्यों के कारण अब खून के रिश्ते भी सुरक्षित नहीं हैं।
पुलिस की तत्परता से घटना का खुलासा हो गया है, लेकिन इस दर्दनाक हकीकत ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है।