रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी: सभी डिब्बों और इंजनों में लगेंगे हाईटेक सीसीटीवी कैमरे
74,000 डिब्बों और 15,000 इंजनों में आधुनिक कैमरे, 100 किमी/घंटा से ऊपर की गति में भी देंगे साफ फुटेज
- रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी: सभी डिब्बों और इंजनों में लगेंगे हाईटेक सीसीटीवी कैमरे
- 74,000 डिब्बों और 15,000 इंजनों में आधुनिक कैमरे, 100 किमी/घंटा से ऊपर की गति में भी देंगे साफ फुटेज
विजय कुमार पटेल :नई दिल्ली। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए भारतीय रेलवे ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। अब देशभर के 74,000 रेल डिब्बों और 15,000 लोकोमोटिव इंजनों में हाई-टेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इस निर्णय से ट्रेनों में यात्रियों की निगरानी, सुरक्षा और आपराधिक घटनाओं पर रोकथाम को बड़ा बल मिलेगा।
कैसे मिलेगा 360-डिग्री सुरक्षा कवरेज
- इंजन के आगे, पीछे, बाएं और दाएं तरफ एक-एक कैमरा
- दोनों कैब में एक-एक डोम कैमरा
- और डेस्क पर 2 माइक्रोफोन लगाए जाएंगे
इन कैमरों में कम रोशनी और 100 किमी/घंटा से अधिक की स्पीड में भी उच्च गुणवत्ता के फुटेज रिकॉर्ड करने की क्षमता होगी।
सुरक्षा के साथ निजता भी सुरक्षित
रेलवे ने स्पष्ट किया है कि कैमरे सिर्फ आम आने-जाने वाले हिस्सों में लगाए जाएंगे, जिससे यात्रियों की निजता प्रभावित न हो। इसका उद्देश्य केवल शरारती तत्वों और संगठित अपराधियों पर नजर रखना है, जो अक्सर भोले-भाले यात्रियों को निशाना बनाते हैं।
AI की मदद से स्मार्ट निगरानी
केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और राज्य मंत्री श्री रवनीत सिंह बिट्टू ने 12 जुलाई को इस योजना की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
रेल मंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि इंडियाAI मिशन के अंतर्गत सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की सहायता से किया जाए, जिससे संदिग्ध गतिविधियों की पहचान तेजी से हो सके।
सुपर-स्पीड ट्रेनों में भी होगी प्रभावी निगरानी
सीसीटीवी कैमरे एसटीक्यूसी सर्टिफाइड होंगे और तेज रफ्तार ट्रेनों में भी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे। इससे न सिर्फ ट्रेन में हो रही घटनाओं की निगरानी बेहतर होगी, बल्कि जांच और सबूत एकत्र करने में भी सहायता मिलेगी।
भारतीय रेलवे का आधुनिक भविष्य
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि उत्तर रेलवे के कुछ डिब्बों और इंजनों में पहले ही सफल परीक्षण किए जा चुके हैं, जिनके परिणाम सकारात्मक रहे। इसी आधार पर पूरे देश में इस योजना को लागू किया जा रहा है।
इस कदम से साफ है कि भारतीय रेलवे सिर्फ तेज नहीं, अब और ज्यादा सुरक्षित और तकनीकी रूप से स्मार्ट भी बन रहा है। यह पहल यात्रियों को एक सुरक्षित, संरक्षित और भरोसेमंद यात्रा अनुभव देने के लिए भारतीय रेलवे की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है।