ऑनलाइन गेम के चक्कर में घर छोड़ भागे दो बच्चे, बंगाल से बरामद
भागलपुर के ईशीपुर बाराहाट थाना क्षेत्र से लापता दोनों छात्र मालदा टाउन (बंगाल) से सुरक्षित बरामद, पुलिस टीम को बड़ी सफलता
- ऑनलाइन गेम के चक्कर में घर छोड़ भागे दो बच्चे, बंगाल से बरामद
- भागलपुर के ईशीपुर बाराहाट थाना क्षेत्र से लापता दोनों छात्र मालदा टाउन (बंगाल) से सुरक्षित बरामद, पुलिस टीम को बड़ी सफलता
रिपोर्ट : अमित कुमार : भागलपुर : बिहार। बिहार के भागलपुर जिले के ईशीपुर बाराहाट थाना क्षेत्र से लापता हुए दो मासूम बच्चों को पुलिस ने ऑनलाइन गेम की लत के चलते पश्चिम बंगाल के मालदा टाउन से सकुशल बरामद किया है। यह कार्रवाई अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-2 अर्जुन कुमार गुप्ता के नेतृत्व में की गई। बच्चों के बैग से मिले नक्शे ने उनकी तलाश में अहम भूमिका निभाई।
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टाइगर्स इंग्लिश मीडियम स्कूल, बाराहाट से पढ़ने वाले दो छात्र –चंचल राज (पुत्र धिरेन्द्र भारती, ग्राम पंचरूखी) और आशीष पासवान (पुत्र डब्लू पासवान, ग्राम धुनिया चक) – स्कूल से कॉपी लाने के बहाने निकले और वापस नहीं लौटे। स्कूल प्रशासन द्वारा जब परिजनों को इसकी सूचना दी गई, तो परिवार वालों ने तत्काल ईशीपुर बाराहाट थाना को जानकारी दी।
थानाध्यक्ष द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए ईशीपुर बाराहाट थाना कांड सं0-102/25 दिनांक 28.6.2025 धारा 137(2) BNS के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई और जांच शुरू की गई। पुछताछ के क्रम में एक बच्चे के बैग से एक मैप (नक्शा) बरामद हुआ, जिससे संकेत मिला कि बच्चे दूर जाने की योजना बना चुके थे।
मालदा टाउन से मिली सफलता
नक्शे के आधार पर पुलिस की दो विशेष टीमों को तत्काल रवाना किया गया। अंततः बच्चों को मालदा टाउन जीआरपी, पश्चिम बंगाल से सुरक्षित बरामद कर भागलपुर लाया गया। बच्चों से पूछताछ जारी है और घटना के पीछे ऑनलाइन गेम की लत और अन्य संभावित कारणों की भी जांच की जा रही है।
बरामदगी में शामिल टीम
बरामदगी के इस सफल ऑपरेशन में पु०अ०नि० चंदन कुमार, थानाध्यक्ष, ईशीपुर बाराहाट, पु०अ०नि० विकास कुमार, ईशीपुर बाराहाट, सि० संजीव सिंह, सशस्त्र बल, सिपाही विकास कुमार, सशस्त्र बल गृहरक्षक संजय कुमार, सशस्त्र बल गृहरक्षक महेश यादव ने सक्रिय भूमिका निभाई।

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अर्जुन कुमार गुप्ता ने पूरी टीम की तत्परता और सूझबूझ की सराहना की और बच्चों की सुरक्षित वापसी को लेकर संतोष जताया।
यह मामला न सिर्फ पुलिस की तत्परता और कुशलता का उदाहरण है, बल्कि यह भी चेतावनी है कि आज के बच्चे ऑनलाइन गेम की लत में किस हद तक जा सकते हैं। माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखने की आवश्यकता है।
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