भागलपुर में दो दर्दनाक हादसे: गंगा में डूबे दो मासूम और एक आपदा मित्र, प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप
नारायणपुर में गंगा घाट पर मिट्टी कटाई से बने गड्ढे बने मौत की वजह, सुल्तानगंज में कांवरिया सुरक्षा में तैनात अभय राज की लाश 72 घंटे बाद बरामद
- भागलपुर में दो दर्दनाक हादसे: गंगा में डूबे दो मासूम और एक आपदा मित्र, प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप
- नारायणपुर में गंगा घाट पर मिट्टी कटाई से बने गड्ढे बने मौत की वजह, सुल्तानगंज में कांवरिया सुरक्षा में तैनात अभय राज की लाश 72 घंटे बाद बरामद
रिपोर्ट : अमित कुमार/अतुल भारती : भागलपुर। बिहार के भागलपुर में गंगा घाट दो बार काल का कारण बनी। एक ओर गंगा घाट पर डूबने से दो मासूमों की दर्दनाक मौत हो गयी, वहीं दूसरी ओर कांवरियों की सुरक्षा में तैनात आपदा मित्र का शव 72 घंटे बाद गंगा से बरामद हुआ। इन दोनों घटनाओं ने न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही की कलई खोल दी, बल्कि सिस्टम की संवेदनहीनता पर भी गहरा सवाल खड़ा कर दिया है। स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जबकि परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि घाट किनारे अवैध मिट्टी कटाई के कारण गहरे गड्ढे बन चुके हैं, जिससे यह हादसा हुआ। बच्चों को जीवित अवस्था में पानी से निकाला गया, लेकिन अस्पताल में डॉक्टर की अनुपस्थिति और इलाज में देरी के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका।
लोगों का आक्रोश, समाजसेवी अजय रविदास ने सौंपा ज्ञापन
समाजसेवी अजय रविदास के नेतृत्व में नाराज़ ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।अजय रविदास ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
ग्रामीणों की मुख्य मांगें
- दोषी अधिकारियों की बर्खास्तगी
- मृतक परिवारों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा
- अवैध मिट्टी कटाई करने वालों पर कानूनी कार्रवाई
- गंगा घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था का सख्त प्रबंध
कांवड़ियों की सुरक्षा में तैनात अभय राज का शव 72 घंटे बाद गंगा से बरामद
- संदिग्ध परिस्थिति में डूबा था आपदा मित्र, नगर परिषद ने की तत्काल खोजबीन
भागलपुर में कांवर यात्रा के दौरान सुल्तानगंज नगर परिषद क्षेत्र के शाहाबाद निवासी अभय राज (23 वर्ष) की गंगा नदी में डूबने के 72 घंटे बाद मंगलवार शाम को शव बरामद कर लिया गया। वह नमामि गंगे घाट पर आपदा मित्र के पद पर तैनात था और 12 जुलाई की रात डूब गया था।
शव जेट्टी के नीचे फंसा था, SDRF और पुलिस ने किया बरामद
नगर परिषद की सुरक्षा नौका टीम-2 के सदस्य सूरज कुमार को गंगा घाट पर जेट्टी के नीचे शव फंसे होने की जानकारी मिली। उन्होंने तत्काल नगर परिषद सभापति राजकुमार गुड्डू और थाना प्रभारी मृत्युंजय कुमार को सूचित किया। बड़ी नाव के जरिए शव को गंगा के बीच धार से निकालकर मुक्ति धाम के किनारे लाया गया।
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
जैसे ही परिजनों को शव मिलने की सूचना मिली, वे दौड़ते-भागते घाट पर पहुंचे और फूट-फूटकर रोने लगे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी मृत्युंजय कुमार ने बताया कि आवश्यक कागजी कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
थाना प्रभारी सुल्तानगंज मृत्युंजय कुमार ने कहा “घटना की सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई की गई। शव SDRF की मदद से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।”
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