तमकुहीराज की मूल समस्या पडाव अड्डा तथा बस स्टैंड से जूझ रहा है हर नागरिक
tv9 भारत समाचार : कृष्णा यादव,तमकुहीराज / कुशीनगर। नव सृजित नगर पंचायत का दर्जा प्राप्त तमकुहीराज का विकास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के असीम कृपा से धीरे-धीरे हो रहा है। नगर विकास विभाग द्वारा नगर पंचायत के विकास के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए धनराशि प्राप्त हो रही है। जो विकास के नाम पर खर्च किया जा रहा है।
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तमकुही राज से बिहार प्रांत को जोड़ने वाली जहां सड़के संचालित हो रही हैं वहीं भारत सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा यातायात सुविधा बहाल करने के उद्देश्य से यात्रा की दूरी को देखते हुए सड़क निर्माण के लिए बेतिया बिहार से लेकर तमकुही राज होते वाराणसी उत्तर प्रदेश तक भूमि का अभिग्रहण तथा सीमांकन का कार्य जारी है।
दो प्रान्तो को जोड़ने वाली इस सड़क निर्माण से सनातन धर्म की दिशा में प्रगति होगी लुंबिनी से लेकर सारनाथ तक की यात्रा सुगम और सुलभ होगी। तमकुही राज की पावन धरती से गुजरने वाली यात्रा का लाभ तमकुही राज की जनता को भी मिलेगा। ऐसी स्थिति में छोटे शहर का दंश झेल रहा तमकुही राज में वाहनों की ठहराव के लिए टैक्सी पड़ाव अड्डा की कोई व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हो पाई है।साथ ही पर्यटक तथा यात्रा के उद्देश्य से तमकुही राज में बस स्टैंड की अति आवश्यकता है।
ओवर ब्रिज फ्लाई के पास कल चिन्हित थाने की लिए भूमि पर चर्चा करते हुए बाजार में चाय की दुकानों पर कुछ बुद्ध जीवियों द्वारा कहा जा रहा है कि यह भूमि पहले बस स्टैंड ,गांधी पार्क के लिए सुरक्षित की गई थी और यह बस स्टैंड के लिए उपयुक्त भी है क्योंकि यहां से बिहार तथा राजधानी तक जाने की सुविधा प्राप्त होती। सड़क पर जो बसें खड़ी की जा रही हैं,वह बस स्टैंड में रूकती और यात्रियों के रुकने ठहरने तथा नित्य क्रिया आदि के संबंध में व्यवस्था होती। परंतु ऐसा ना हो करके इस भूमि को थाने में निहित कर दी गई जिससे तमकुही राज का विकास और पीछे चला गया।
कुछ लोगों ने जिलाधिकारी कुशीनगर से पडाव अड्डा और बस स्टेशन की भूमि को सुरक्षित के लिए उपयुक्त भूमि जो थाने के लिए चिह्नित की गई है। उसका अवलोकन करते हुए पुनः विचार करने की आवश्यकता जताई है। जिससे आने वाले समय में यात्रियों को रात्रि में अथवा दिन में आने -जाने के लिए सुलभ मार्ग पर बस स्टैंड की व्यवस्था हो जाए तथा तमकुही राज के विकास की प्रगति रुके नहीं ऐसी चर्चा हो रही है।
समाजसेवी जनप्रतिनिधि का ध्यान भी आकृष्ट लोगों ने किया है इस समस्या के निदान के लिए आगे आकर शासन प्रशासन से वार्ता करके हल निकालने की आवश्यकता जताई है।
वर्तमान समय में प्रायः टैक्सिया सड़क पर ही सवारी उतारती और लादती हैं। सरकारी बस भी सड़क पर ही सवारी भरने उतारने का कार्य कर रही है। जिससे बार-बार आवागमन प्रभावित हो रहा है तथा यहां नित्य जाम की समस्या से जनता जूझ रही है। कभी-कभी लोगों को दुर्घटना का भी शिकार होना पड़ रहा है।
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