चीन को भारत की दो टूक: नाम बदलने से ज़मीन का सच नहीं बदलता

अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे को भारत ने सख्त शब्दों में किया खारिज, कहा – ये देश का हिस्सा था, है और रहेगा

  • चीन को भारत की दो टूक: नाम बदलने से ज़मीन का सच नहीं बदलता
  • अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे को भारत ने सख्त शब्दों में किया खारिज, कहा – ये देश का हिस्सा था, है और रहेगा

अनिल बाजपेई (CEO & Group Editor)
Arunachal Is India : नई दिल्ली। चीन ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा जताया है और इस बार उसने इसका नाम बदलकर “झांगनान” बताने की कोशिश की है। लेकिन भारत ने तुरंत ही इस पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि “नाम बदल देने से किसी जगह की हकीकत नहीं बदल जाती। अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा है और हमेशा रहेगा।”

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China bluntly to China: changing the name does not change the truth of the land

हाल ही में चीन ने अपने आधिकारिक नक्शे में भारत के अरुणाचल प्रदेश को “झांगनान” नाम से दर्शाया और उसे दक्षिण तिब्बत का हिस्सा बताया। इस बयान के साथ ही चीन ने फिर से अपने पुराने दावे को दोहराया कि यह इलाका उसका है।

लेकिन भारत ने चीन की इस कोशिश को पूरी तरह नकारते हुए साफ कह दिया कि “कोई भी नक्शा या नाम किसी हकीकत को नहीं बदल सकता। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा।”

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “चीन की आदत हो गई है बार-बार ऐसी बयानबाज़ी करने की। हम इसे पूरी तरह खारिज करते हैं। अरुणाचल पर भारत की संप्रभुता पूरी तरह स्पष्ट है।”

मुख्य बातें एक नजर में

  • चीन ने अरुणाचल प्रदेश को “झांगनान” कहकर नया दावा पेश किया।
  • भारत ने इस कदम को सिरे से नकारते हुए इसे “मूर्खतापूर्ण और निराधार” कहा।
  • विदेश मंत्रालय ने दोहराया: “अरुणाचल पर चीन के पास कोई कानूनी या ऐतिहासिक हक नहीं है।”
  • यह पहली बार नहीं, चीन पहले भी कई बार ऐसा कर चुका है।
  • भारत सरकार ने जनता को भरोसा दिलाया कि देश की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं।

पिछले अनुभव और वर्तमान संदर्भ

चीन पहले भी कई बार अरुणाचल को लेकर इसी तरह के दावे करता आया है। साल 2023 और 2021 में भी उसने नक्शे में बदलाव कर यह जताने की कोशिश की थी कि यह क्षेत्र उसका है। लेकिन हर बार भारत ने उसी सख्ती से जवाब दिया।

China bluntly to China: changing the name does not change the truth of the land
फोटो : अरुणाचल की पहाड़ियों पर तैनात भारतीय जवान

हाल ही में प्रधानमंत्री की अरुणाचल यात्रा के बाद भी चीन ने विरोध जताया था। भारत ने तब भी यह कहकर जवाब दिया कि “यह एक आंतरिक मामला है और किसी बाहरी देश को इसमें दखल देने का अधिकार नहीं।”

जनता की प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर लोगों ने चीन के इस कदम का मजाक उड़ाया है। ट्विटर और फेसबुक पर हैशटैग #अरुणाचलहैभारतका ट्रेंड कर रहा है। कई पूर्व सैन्य अफसरों और रणनीतिक विशेषज्ञों ने भी भारत के जवाब की सराहना की है।

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